गांव कितने भी समृद्ध हो जाएं, शहरी सुख-सुविधाओं से अब भी दूर हैं. आईएएस हिमानी मीणा ग्रेटर नोएडा में स्थित जेवर के सिरसा माचीपुर गांव की रहने वाली हैं. उनके लिए यूपीएससी परीक्षा पास करने का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा. परिवार की आर्थिक स्थिति और हालात को देखकर समझा जा सकता है कि उनके लिए स्कूली पढ़ाई पूरी कर पाना भी किसी चैलेंज से कम नहीं रहा होगा.
हिमानी मीणा के पिता इंद्रजीत किसान हैं (Farmer’s Daughter Success Story). पहले वह किसानी और ड्राइविंग, दोनों करते थे. फिर उन्होंने अपना सारा ध्यान सिर्फ खेती पर केंद्रित कर दिया. उनका परिवार राजस्थान से उत्तर प्रदेश के इस गांव में आकर बसा था. हिमानी की मां गृहिणी हैं. उन्हें पढ़ाई करने और जिंदगी में एक खास मुकाम हासिल करने के लिए उनकी मां और बुआ ने प्रेरित किया था.
हिमानी मीणा ने प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही एक स्कूल से पूरी की. वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थीं. पढ़ाई में उनका जज्बा देखकर उनके पिता ने छठी कक्षा में उनका एडमिशन जेवर के प्रज्ञान पब्लिक स्कूल में करवा दिया था. वहां उन्होंने हर क्लास में टॉप कर सफलता की खास इबारत लिखी. इस दौरान उनके परिवार ने कई तरह की चुनौतियों का सामना किया.
12वीं बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद हिमानी मीणा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले लिया था. वहां से बीए करने के बाद जेएनयू से विदेश मामलों में मास्टर्स किया था. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हिमानी मीणा ने इसी विषय में पीएचडी भी की है. वहीं पढ़ाई करते हुए उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की (UPSC Exam). साल 2020 की यूपीएससी परीक्षा में 323वीं रैंक के साथ वह आईएएस अफसर बन गईं