किसान के बेटे ने छोड़ी लाखों की नौकरी, फिर शुरू किया ब्रोकिंग फर्म…आज Zerodha को पछाड़कर इनका फर्म बना नंबर-1…
किसान के बेटे ने छोड़ी लाखों की नौकरी, फिर शुरू किया ब्रोकिंग फर्म…आज Zerodha को पछाड़कर इनका फर्म बना नंबर-1…
दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था (World’s Fastest Growing Economy) के साथ ही स्टार्टअप के मामले में भारत तीसरे पायदान पर है.
Success Story : अगर आप नए बिजनेस या इंवेस्टमेन्ट का प्लान बना रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है. दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था (World’s Fastest Growing Economy) के साथ ही स्टार्टअप के मामले में भारत तीसरे पायदान पर है और देश में तेजी से इनकी संख्या में इजाफा हुआ है.
Success Story : ऐसे ही एक फिनटेक स्टार्टअप (Startup) की बात हम कर रहे हैं, जिसे मध्यप्रदेश के एक किसान के बेटे ने शुरू किया और आज ये बुलंदियों पर पहुंच चुका है. हालांकि कम समय में इस मुकाम पर पहुंचने के लिए उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन कहते हैं कि हौसला हो तो कोई भी काम आसान हो जाता है. ये स्टार्टअप है ग्रो (Groww), इस ब्रोकिंग फर्म ने अब जेरोधा (Zerodha) को भी पीछे छोड़ दिया है.
Success Story : बेंगलुरु बेस्ड फिनटेक स्टार्टअप ग्रो के एक्टिव इन्वेस्टर्स की संख्या अब तक देश की सबसे बड़ी ब्रोकिंग फर्म रही जेरोधा से भी ज्यादा हो गई है और इस मामले में ये भारत की टॉप ब्रोकरेज कंपनी बन गई है. वित्त वर्ष 2022-2023 के अंत में GROWW के पास 53.7 लाख ग्राहक थे, लेकिन वित्त वर्ष 2023-24 के सितंबर के अंत कर एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, ये संख्या बढ़कर 66,3 लाख यूजर्स तक पहुंच गई. हालांकि, प्रॉफिट के लिहाज से अभी भी जेरोधा देश की सबसे बड़ी ब्रोकिंग फर्म है.
साल-दर-सार बढ़ी यूजर्स की संख्या Groww के एक्टिव इन्वेस्टर्स की तादाद में साल-दर-साल जोरदार इजाफा हुआ है और ये रफ्तार बीते कुछ महीनों में और तेज हो गई है. शेयर बाजार (Share Market) के प्रमुख इंडेक्स नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) के आंकड़ों को देखें तो वित्त वर्ष 2021 में Groww Active Users की संख्या महज 7.8 लाख थी, जो अगले साल वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 38.5 और वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 53.7 लाख हो गई. वहीं सितंबर 2023 तक ये आंकड़ा जेरोधा के 64.8 लाख यूजर्स को पीछे छोड़ते हुए 66.3 लाख के स्तर पर पहुंच गया. ब्रोकिंग फर्म ग्रो के कामकाज की बात करें तो ये अपने यूजर्स के लिए स्टॉक (Stocks), म्यूचुअल फंड (Mutual Fund), एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (Exchange Traded Fund), आईपीओ (IPO), अमेरिकी स्टॉक (US Stocks),फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (Future and Options), फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और सोना (Gold) में निवेश के लिए एक आसान प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है. इस कंपनी में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, सिकोइया कैपिटल और टाइगर ग्लोबल जैसे दिग्गजों का निवेश है.
आधिकारिक रूप से एक्टिव यूजर्स के मामले में Zerodha को पीछे छोड़ने वाली इस ब्रोकिंग फर्म ग्रो की शुरुआत की बात करें तो इसे मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के एक छोटे से गांव लेपा के एक किसान के बेटे ललित केशरे ने अपने दोस्तो के साथ मिलकर शुरू किया था. ललित ने 12वीं तक की पढ़ाई स्थानीय स्कूल से करने के बाद आईआईटी (IIT) पास किया. इसके बाद ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में नौकरी की. प्रोजेक्ट मैनेजर्स के रूप में काम करते हुए उनके दिमाग में अपना स्टार्टअप शुरू करने का विचार आया और यहीं से ग्रो की शुरुआत हो गई. नौकरी छोड़ 2016 में शुरू किया ग्रो साल 2016 में Lalit Keshre ने फ्लिपकार्ट (Flipkart) में अपने तीन एग्जिक्यूटिव साथियों हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह के साथ नौकरी छोड़ दी और इस स्टार्ट पर की शुरुआत की थी. शुरुआती दौर में केशेरे की कंपनी को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, क्योंकि जेरोधा जैसा बड़ा नाम उनके कंपटीशन में था. लेकिन बीते कुछ सालों में इसने ग्रो ने तेजी से ग्रोथ किया और आज इस मुकाम पर पहुंच गई है.
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