राजस्थान के अलवर जिले से घर वालों द्वारा पिता को ही मौत के घाट उतारने का मामला सामने आया है। पुलिस के द्वारा जांच के बाद आज इस पूरे हत्याकांड का खुलासा हुआ है। दरअसल, 12 दिसंबर को मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के गुगड़ोद गांव से सटे जंगल में एक शव मिला था। 9 दिसंबर को मृतक की पत्नी द्वारा राजगढ़ पुलिस में पति के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। 12 दिसंबर को पुलिस को गुगड़ोद में शव पड़े होने की सूचना मिली। इसके बाद 13 दिसंबर को पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है।
इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए मालाखेड़ा थाना SHO मुकेश कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड में पत्नी (38), बेटा (16), बेटी (19) और भतीजा (28) शामिल है। यह लोग मिलकर मृतक (पिता) को पहले मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के गुगड़ोद गांव से सटे जंगल की पहाड़ी पर ले गए। यहां बेटी और नाबालिग बेटे ने अपनी मां के सामने पिता का गला दबाया, फिर पत्थर से वार किया। इसके बाद शव को तलहटी में फेंक दिया।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि तीनों को इस गुनाह का कोई अफसोस नहीं है। मालाखेड़ा थाना SHO मुकेश कुमार के अनुसार जब बेटी से पूछताछ की तो वह पहले ही बोल गई कि उसे पिता को मारने का कोई दुख नहीं है। क्योंकि, उसने मां को इतना टॉर्चर किया कि वह बता नहीं सकती। बेटी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसके पिता मजदूरी करते थे। सात साल पहले तक सब कुछ सही चल रहा था। इसके बाद वह हैवानियत की सारी हदें पार करने लगा। मां की हर बात पर पिटाई होती थी।
आरोपी बेटी ने बताया तीन बहनों पर पिता शराब के नशे में बुरी नजर डालता था। अगर मां कुछ बोलती तो उनकी भी पीटाई कर दिया करता था। इसी वजह से मां ने हम तीनों को अपने से दूर भेज दिया था। बेटी ने बताया कि पिता ने हमारे दादा के हाथ-पांव तोड़ दिए थे। मां ने बताया कि पिता ने एक बार फिर प्राइवेट पार्ट पर इतना बुरी तरह से वार किया कि खून निकलने लगा। इन तमाम परिस्थिति से परेशान होकर बेटी ने नाबालिग भाई, मां और चचेरे भाई के साथ मिलकर अपने पिता को मारने का प्लान बनाया।