पिता ने छोड़ी नौकरी, मां ने संभाला घर, बेहद खास है नितीश के पापा के आंखों में आए इन आंसुओं की कहानी
नितीश रेड्डी फिलहाल X पर ट्रेंड कर रहे हैं। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के चौथे टेस्ट में उनके विस्फोटक बल्लेबाजी से पूरी दुनिया हैरान है। दरअसल, नितीश भारत की ओर से 8वें नंबर पर खेलने आए और उन्होंने शतक जमा दिया। इसी के साथ भारत के इस ऑलराउंडर ने प्लेयर ने अपनी दमदार बैटिंग के दम पर एक नया इतिहास रच दिया है। वे ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट में नंबर-8 पर उतरकर शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले ऐसा करिश्मा कोई अन्य भारतीय खिलाड़ी नहीं कर पाया था।
बेटे के शतक पर रो पड़े नितीश के पापा
नितीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट के दौरान भारी दबाव में अपना पहला टेस्ट शतक बनाया। नितीश के लिए यह एक खास पल था, क्योंकि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) के स्टैंड से उनके पिता मुत्याला रेड्डी अपने बेटे को अपनी आंखों के सामने जबरदस्त बैटिंग करते हुए देख रहे थे। नितीश के शतक के बाद स्टेडियम में लगे कैमरों का फोकस जब उनके पिता पर गया। तब वे स्टेडियम में अपने बेटे को इतिहास रचते देख खुशी से रो पड़े। बेटे के शतक पर उनके पिता जश्न मनाते और खुशी के मारे रोते दिखे।
पापा ने बेटे के करियर के लिए छोड़ी नौकरी
नितीश कुमार रेड्डी बेहद ही सामान्य परिवार से आते हैं। 26 मई 2003 को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में जन्में नितीश ने 5 साल की उम्र से ही प्लास्टिक के बैट से बल्लेबाजी के गुर सीखने शुरू कर दिए थे। तब उनके पिता मुत्यला रेड्डी हिंदुस्तान जिंक कंपनी में काम करते थे। एक समय ऐसा आया जब नितीश के पिता का ट्रांसफर उदयपुर हो गया लेकिन उदयपुर में क्रिकेट सीखने के ज्यादा अवसर नहीं थे इसीलिए नितीश के पापा मुत्यला ने नौकरी छोड़ दी थी।
मां ने संभाला घर
बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए नितीश के पापा ने जब नौकरी छोड़ दी तो उनकी मां ने पूरे घर को संभाला। इधर नितीश के पापा ने अपना सारा फोकस उनके क्रिकेट करियर पर लगा दिया। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और नितीश ने आज भारत के लिए एक कीर्तिमान स्थापित कर दिखाया।
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