भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में रैगिंग को लेकर मारपीट

Ragging

भागलपुर। भागलपुर के मेडिकल कॉलेज में अभी रैगिंग का मामला थमा भी नहीं था कि सोमवार देर रात इंजीनियरिंग कॉलेज में एक बार फिर से रैगिंग को लेकर बड़ा बवाल हो गया है। आरोप है कि फर्स्ट सेमेस्टर के छात्रों की सीनियर्स ने रैगिंग की। इस दौरान पहले तो छात्रों के दो गुटों में जमकर विवाद हुआ। कुछ छात्रों की पिटाई भी की गई। सूचना पाकर स्थानीय थाने समेत अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। स्थिति बिगड़ती देख घटना की सूचना सिटी एसपी डॉ. के. रामदास को दी गई। घटना लगभग 10.30 बजे की बतायी जा रही है।

मौके पर पहुंचे एसपी सिटी ने घटनास्थल का जायजा लिया और पूरे प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी। इधर कॉलेज से अपना काम खत्म कर घर लौट रहे सिविल इंजीनियरिंग के शिक्षक आशीष कुमार सिंह एवं प्राचार्य समेत अन्य शिक्षक अपने घर की ओर जा रहे थे, इसी दौरान पुलिस ने पहले तो उनकी गाड़ी रोकी फिर उनसे वहां होने का कारण पूछा। सिटी एसपी डॉ. के. रामदास ने प्राचार्य को एहतियातन इंजीनियरिंग कॉलेज के सभी छात्रावासों को तत्काल खाली कराने का सुझाव दिया। सिविल इंजीनियरिंग के शिक्षक आशीष कुमार सिंह ने बताया कि वे लोग घर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाईं प्राचार्य की गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए। रात लगभग 1.30 बजे पूरा इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा।

मायागंज में एक छात्र भर्ती कई सदर अस्पताल में

भागलपुर। पिटाई के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज के कई छात्रों को अस्पताल भी पहुंचाया गया। इसमें एक को मायागंज तो लगभग आधे दर्जन को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मायागंज में भर्ती छठे सेमेस्टर के छात्र सौरभ कुमार को गंभीर हालत में मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर, घायल छात्र ने बताया कि पुलिस की मारपीट से कॉलेज के करीब 50 से ज्यादा छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सौरभ ने बताया कि पुलिस ने सोयी हालत में ही उनलोगों पर लाठियां बरसाईं। उन्हें संभलने तक का मौका नहीं मिला।

पुलिस ने कहा निदेशक को रिपोर्ट भेजें

भागलपुर। इंजीनियरिंग कॉलेज में घटना के बाद प्राचार्य और सिटी एसपी की लंबी बातचीत हुई। सिटी एसपी ने उन्हें कॉलेज में हुई रैगिंग की सूचना तत्काल निदेशालय को देने को कहा। प्राचार्य ने इसमें रात हो जाने की वजह से मंगलावर सुबह निदेशक को इसकी सूचना देने की बात कही। साथ ही कहा कि मामले में कॉलेज के करीब दर्जन भर सीनियर छात्रों पर कार्रवाई के लिए वह लिखेंगे। वहीं पास खड़े सिविल इंजीनियरिंग के असिस्टेंट प्रोफेसर आशीष कुमार सिंह ने कहा पुलिस की पिटाई से उनके हाथ पर गंभीर चोट आई है। एक अन्य प्रोफेसर के माथे पर चोट आई है।

इंजीनियरिंग कॉलेज में मारपीट की घटना हुई थी, पुलिस मौके पर पहुंची है। मैं खुद भी गया था और फिलहाल विधि व्यवस्था की कोई दिक्कत नहीं है। पुलिस द्वारा मारपीट करने का आरोप गलत है।

-डॉ. के रामदास, सिटी एसपी भागलपुर।

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