बिहार पुलिस अपनी सेवा प्रदान कर रहे जवान कोअब काम में लापरवाही करने वाले की सख्त सजा मिलने वाली है। अब यदि वह काम में लापरवाही कर रहे हैं तो उनके ऊपर सीधा FIR दर्ज किया जाएगा। इसको लेकर कल वरीय अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग में भी फैसला ले लिया गया है। इसके बाद अब कम से कम 500 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज करवाया जाएगा।
दरअसल, पटना के एसएसपी अवकाश कुमार ने पूरे जिले के थानाध्यक्ष, एसडीपीओ और एसपी के साथ काइम मीटिंग की। यह मीटिंग लगभग 5 घंटे तक चली। इसमें सभी सिटी एसपी भी मौजूद रहे। साथ ही मीटिंग में शहरी क्षेत्र के सभी थानेदार और एसडीपीओ फिजिकली और रूलर क्षेत्र के सभी थानेदार और एसडीपीओ ऑन लाइन माध्यम से जुड़े। इसके बाद सभी थानों के केसों की समीक्षा की गई।
वहीं, क्राइम मीटिंग के दौरान एसएसपी ने पाया कि कई ऐसे मामले भी लंबित है, जिनके आईओं का ट्रांसफर हो गया है। लेकिन, संबंधित केस को थाने में किसी को हैंडओवर नहीं किया गया है। एसएसपी ने अधिकारियों की गिनती कराई है। इसमें पटना के करीब 500 आईओ सामने आए है। एसएसपी ने दो दिन में लिस्ट बना कर गांधी मैदान थाने में मामला दर्ज कराने का आदेश दिया है।
इसके अलावा इस मीटिंग में यह भी सामने आया कि कई थाने में मालखाना के चार्ज में वही अफसर हैं, जिनका तबादला हो गया है। अधिकारी देना भी चाहता है तो कोई अधिकारी उसे लेना नहीं चाहता। इससे मालखाना का रख रखाव या उसमें जब्ती या निकासी का मेंटेनेंस ठीक ढंग से नहीं हो पाता है। इसको लेकर एसएसपी अवकाश कुमार ने आदेश दिया है कि थानेदार खुद मालखाना का प्रभार लें, या थाने के किसी पुलिस अधिकारी को मालखाना का प्रभार लेने को कहें।
इधर, क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने पाया कि पटना जिले में 80 कुर्की के मामले लंबित पड़े हैं। कोर्ट ने कुर्की का वारंट भी जारी कर दिया है। 7 दिनों में इस वारंट की तामील करने का आदेश संबंधित थानाध्यक्षों को दिया गया है। इसके साथ ही इसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट एसएसपी को बताना भी है।