रक्सौल से दिल्ली जा रही 15273 सत्याग्रह एक्सप्रेस में उस समय अफरातफरी का माहौल हो गया। जब सत्याग्रह एक्सप्रेस बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई। मिली जानकारी के मुताबिक गुरचुरवा रेलवे गुमटी संख्या 182 के समीप अचानक चलती ट्रेन में धुआं उठने लगा।
इसके बाद यात्रियों के बीच अफरातफरी का माहौल हो गया। हालाँकि ट्रेन के चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए ट्रेन को रोक दिया और बोगी संख्या S 4 के ब्रेक शोल में लगी कथित आग को बुझाने का प्रयास करने लगा।
कड़ी मशक्कत के बाद उठते हुए धुए पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक यात्री डिब्बे से उतरकर इधर-उधर भागने लगे। बताया जाता है कि लगभग 20 मिनट से अधिक देर तक ट्रेन खड़ी रही। स्थिति सामान्य होते ही अच्छी तरह जांच कर चालक ने ट्रेन को आगे बढ़ाया। बताया जाता है कि इस दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई है। हालांकि इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पा रही है।
रक्सौल से निर्धारित समय पर खुली थी सत्याग्रह एक्सप्रेस
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि ट्रेन रक्सौल से 8:45 में खुली थी। करीब 45 मिनट के सफर के बाद ट्रेन के ब्रेक सोल में आग लग गई। घटना ट्रेन के AS4 कोच की है। जिसके बाद मामले की जानकारी पर आरपीएफ अधिकारी और तकनीकी टीम मौके पर पहुंचे और ट्रेन को दुरुस्त किया। जिसके बाद गाड़ी को दिल्ली के लिए रवाना किया गया। बताया जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से ट्रेन के ब्रेक सोल में आग लग गई थी।