पटना: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच विवाद खूब तूल पकड़ा है.इस पर भाजपा जहां सरकार को घेरने में लगी थी, वहीं राजद नेता भी आक्रोशित थे. जदयू नेता संभलकर बयान दे रहे थे. कल गुरुवार को शिक्षा मंत्री और केके पाठक की नीतीश कुमार से मुलाकात हुई. जिसके बाद महागठबंधन की ओर से सबकुछ ठीक होने का दावा किया जा रहा।
अब जदयू कोटे के मंत्री अशोक चौधरी ने दावा दावा किया है कि जो भी कंफ्यूजन था उसे दूर कर लिया गया है. मुख्यमंत्री के रहते कोई कंफ्यूजन रह नहीं सकता है.मंत्री और अधिकारी में बाप कौन है इस पर अशोक चौधरी ने कहा यहां बाप और बेटे का कहां सवाल है. मंत्री और अधिकारी एक रथ के दो पहिए हैं. दोनों महत्वपूर्ण हैं. हम पॉलिसी बनाते हैं और आईएएस ऑफिसर उसे इंप्लीमेंट करते हैं. मेरी जवाबदेही है कि टीम बनाकर चलें नहीं तो कोई भी पॉलिसी होगी वह इंप्लीमेंट नहीं हो पाएगी।
वहीं, सुनील सिंह के बयान पर अशोक चौधरी ने कहा कि सुनील सिंह का अपना एजेंडा होगा, उनकी बातों पर हम क्यों ध्यान दें. लालू यादव क्या बोलते हैं राबड़ी देवी क्या बोलती हैं वह हमारे लिए मायने रखता है।
अशोक चौधरी ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर इशारों ही इशारों में तंज कसते हुए कहा कि यदि आपको लगता है कि विभाग को ऊंचे स्तर पर ले जाना है तो पिछले मंत्रियों ने जितने काम किए हैं उससे लंबी लाइन खींचनी होगी तो एक टीम बनानी होगी. मंत्री और अधिकारी रथ के दो पहिए हैं एक भी गड़बडाएगा तो स्पीड घट जाएगी. राजद के लोग इस प्रकरण से नाराज हैं, इस पर अशोक चौधरी ने कहा कि आरजेडी के बहुत लोग नहीं केवल एक आदमी बोल रहे हैं. उनका अपना एजेंडा होगा।