आरजेडी के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने उद्योगपति गौतम अडानी को गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि वह सही कह रहे हैं। वारंट जारी हुआ है तो पहले अडानी को गिरफ्तार करना चाहिए। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि यह स्पष्ट हो गया है कि अडानी ने अमेरिका और भारत के कानूनों का उल्लंघन किया है।
दरअसल, अमेरिकी अभियोजकों ने भारत के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी और अडानी समूह पर सौर ऊर्जा टेंडर हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर (लगभग 2,100 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने का आरोप लगाया है। अडाणी पर आरोप लगाया गया है कि रिश्वत की जानकारी अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपाई गई। इसके बाद लालू यादव ने कहा कि वारंट जारी हुआ है तो अडानी को अरेस्ट करो।
21 नवंबर को विपक्षी दलों ने अडानी समूह की कंपनी पर कथित रिश्वतखोरी के आरोपों की जेपीसी जांच की मांग की थी और इस मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला भी किया। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस मामले पर कहा कि कानून अपना काम करेगा। भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी एनडीए सरकार पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हमले की आलोचना की।
इधर, गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिका के आरोपों पर राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि ये बिल्कुल स्पष्ट हो चुका है कि गौतम अदाणी ने भारतीय और अमेरिकी कानून तोड़े हैं। राहुल गांधी ने कहा कि गौतम अडानी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। राहुल ने माधबी पुरी बुच की जांच की भी मांग की। राहुल गांधी ने कहा कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में वह विपक्ष के नेता के तौर पर इस मुद्दे को लोकसभा में उठाऊंगा, जेपीसी की मांग करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि मैं गारंटी दे सकता हूं कि अदाणी को भारत में गिरफ्तार नहीं किया जाएगा या उनकी जांच नहीं की जाएगी क्योंकि सरकार उन्हें बचा रही है। राहुल ने कहा कि सभी राज्यों में जांच होनी चाहिए, चाहे वहां सत्ता में कोई भी पार्टी हो।