बिहार में शिक्षकों के ट्रांसफर की नीति को लेकर बनी कमेटी की आज पहली बैठक हो रही है. इसी महीने पॉलिसी तैयार हो जाएगी. शिक्षा विभाग द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही शिक्षकों के स्थानांतरण और सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों के पदस्थापन जैसे मुद्दों के संबंध में निर्णय लिया जाएगा. शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में गठित कमेटी इन मामलों के अलावा अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति, अवकाश तालिका के निर्माण और बिहार शिक्षा सेवा के कैडर के पुनर्गठन पर भी रिपोर्ट देगी।
शिक्षकों की तबादला नीति पर बैठक: कमेटी की रिपोर्ट को पहले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ के पास भेजा जाएगा. वह इसकी समीक्षा कर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को समीक्षा के लिए भेजेंगे और उसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा. बिहार में 1.87 लाख नियोजित शिक्षक साक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं, जिनका पदस्थापन किया जाना है. सभी को ट्रांसफर पॉलिसी का इंतजार है।
पति-पत्नी एक ही स्कूल में रह सकेंगे: वहीं, प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि दो से तीन सप्ताह में शिक्षकों के ट्रांसफर पॉलिसी का गाइडलाइन तैयार हो जाएगा. इसके लिए उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है और कमेटी ने काम भी करना शुरू कर दिया है. इस माह के अंत तक या नए महीने की शुरुआत में कमेटी की रिपोर्ट आ जाएगी।
“रिपोर्ट आने के बाद सरकार की योजना है कि इसी साल शिक्षकों का तबादला संभव हो सके. ट्रांसफर में जरूरतमंद शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी. पति-पत्नी अलग-अलग जगह पर यदि शिक्षक हैं तो किसी एक जगह पर दोनों आ जाएं, इस दिशा में काम होगा. इसके अलावा दिव्यांग शिक्षकों को भी ट्रांसफर में प्राथमिकता रहेगी.”- सुनील कुमार, मंत्री, शिक्षा विभाग