बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि पटना में गांधी मैदान पर मानवीय गतिविधियों का दबाव कम करने के लिए जेपी पथ क्षेत्र में पांच बड़े मैदान विकसित किये जाएंगे और इसके लिए नगर विकास विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों को भूमि की सम्भावना तलाशने का निर्देश दिया गया है ।
“पटना में तेज विकास के साथ नये मैदान विकसित करने की जरूरत”
सम्राट चौधरी ने बुधवार को पटना जिला मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के जिला संचालन समिति की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना की प्रगति पर चर्चा के दौरान कहा कि पटना में तेज विकास के साथ नये मैदान विकसित करने की जरूरत है, जिससे लोगों को गांधी मैदान के विकल्प मिल सकें। पटना जिला के विधायकों और वरिष्ठ अधिकारियों की इस समीक्षा बैठक में चौधरी ने इस बात जोर दिया कि सड़क, भवन निर्माण या विकास की किसी योजना को लागू करने में दोहराव (ड्युप्लीकेसी) से बचा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक ही काम को दो एजेंसियों से या बार-बार कराने से संसाधन और समय की बर्बादी होती है। विभागों के बीच बेहतर तालमेल करके बहुत-कुछ बचाया जा सकता है।
उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि समग्र शहरी विकास योजना के अंतर्गत यदि कोई सड़क मुख्य सड़क से 300 मीटर तक की छूट रही हो, तो उसमें विस्तार किया जाएगा, जिससे सड़क संपर्क पूरा हो। चौधरी ने कहा कि समग्र शहरी विकास योजना में सड़क के साथ नाला भी बनना चाहिए। जब सड़क-नाला निर्माण की योजनाएँ पूरी तरह स्पष्ट चिन्हित) हों, तभी इस अप्रैल में योजना का शिलान्यास कार्यक्रम रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि दोहराव से बचने के लिए नगर निकाय उस योजना को अपनी योजना में शामिल नहीं करे, जिसकी अनुशंसा कोई माननीय विधायक पहले कर चुके हैं। समीक्षा बैठक में नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्र और विधान सभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने भी अपने विचार रखे।