पटना हाईकोर्ट के पांच सीनियर एडवोकेट को जज बनाने का रास्ता साफ हो गय़ा है. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इन वकीलों को जज बनाने की मंजूरी दे दी है. केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी मिलते ही ये सभी जज बन जायेंगे.
इन वकीलों का हुआ चयन
दरअसल पटना हाईकोर्ट की कॉलेजियम ने पिछले महीने ही इन वकीलों को जज बनाने की सिफारिश की थी. पटना हाईकोर्ट के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक हुई. देश के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता में हुई सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक में पांच वकीलों को जज बनाने की मंजूरी दी गयी.
जिन वकीलों को जज बनाने की मंजूरी दी गयी है उनमें अधिवक्ता आलोक कुमार सिन्हा, रीतेश कुमार, सोनी श्रीवास्तव, सौरेंद्र पांडेय और अंशुल राज के नाम शामिल हैं. हालांकि उन्हें जज बनाने की सिफारिश पर आखिरी मुहर केंद्र सरकार को लगानी है. राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही ये सारे अधिवक्ता जज बन जायेंगे.
जजों की कमी पूरी होगी
फिलहाल पटना हाईकोर्ट जजों की कमी से जूझ रहा है. पटना हाईकोर्ट में अभी जजों के 53 स्वीकृत पद हैं. लेकिन यहां सिर्फ 34 जज तैनात हैं. पांच नये जजों की नियुक्ति के बाद कुल संख्या 39 हो जायेंगी. ऐसे में मुकदमों का बोझ झेल रहे पटना हाईकोर्ट में केसों के निपटारे की रफ्तार बढ़ेगी.