बिहार में पिछले एक सप्ताह से मानसून पूरी तरह से सक्रिय है और राज्य के सभी जिलों में लगातार मध्यम से भारी बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को राज्य के 7 जिलों में भारी बारिश के साथ सभी जिलों में मध्यम बारिश का अनुमान है. वहीं, बिहार में हो रही बारिश और नेपाल से आ रहे पानी के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. साथ ही गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, कोसी, बागमती में भी उफान है, लेकिन ये अभी भी खतरे के निशान से नीचे हैं, अगर एक-दो दिन लगातार बारिश हुई तो ये खतरे के निशान तक पहुंच जाएंगी. वैसे भी मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक बिहार में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
इसके साथ ही बांका के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश के कारण पंजवारा में चीर नदी पर नए पुल के निर्माण के लिए बनाया गया डायवर्सन बह गया, जिससे बांका का झारखंड और पश्चिम बंगाल से सीधा संपर्क टूट गया है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, मुंगेर में गंगा का जलस्तर हर घंटे 4 सेमी बढ़ते हुए 31.63 मीटर दर्ज किया गया।
साथ ही वाल्मिकीनगर बराज पर जलजमाव 59.6 हजार से बढ़कर 81.8 हजार क्यूसेक हो गया है. जल संसाधन विभाग के अनुसार कटौझा में बागमती का जलस्तर बढ़ गया है. नदी खतरे के निशान 55 मीटर से 1.37 मीटर नीचे बह रही है. मौसम विभाग ने आज से गंडक और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना जताई है. वज्रपात की चपेट में आने से अलग-अलग जिलों में तीन लोगों की मौत हो गई।