भागलपुर जिले में गंगा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। कहलगांव और सुल्तानगंज जान वाले एनएच-80 पर पानी बहने से आवागमन बंद हो गया। वहीं, शनिवार देर रात रेल लाइन पर पानी का दबाव बढ़ते ही सुल्तानगंज-जमालपुर के बीच परिचालन रोका गया है। बरियारपुर के पास पानी रेल लाइन को छू गया है। कई ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया है।
अकबरनगर-भवनाथपुर के पास एनएच पर शनिवार को पानी का बहाव करीब दो फीट हो गया। वहीं, सबौर में घोषपुर के पास एनएच पर पानी आरपार होने से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। पानी में करंट तेज होने से एनएच के बहने का डर है। सबौर डायवर्जन पर भी खतरा बरकरार है। सुल्तानगंज व कहलगांव का जिला मुख्यालय से एनएच होकर संपर्क टूट गया है। एनटीपीसी धनौरा रोड पर भी पानी चढ़ गया है। सबौर का इंग्लिश और फरका, नवटोलिया गांव पूरी तरह जलमग्न हो गया है। गोपालपुर में बाढ़ के पानी में एक 13 वर्षीय किशोरी पार्वती कुमारी डूब गई। उसकी खोज की जा रही है।
24 घंटे में 28 सेमी बढ़ी गंगा
पिछले 24 घंटे में भागलपुर और कहलगांव में 28-28 सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रविवार को भी जलस्तर में बढ़ोतरी होगी। केंद्रीय जल आयोग ने भागलपुर में 26 और कहलगांव में 50 सेमी की बढ़ोतरी की संभावना जताते हुए अलर्ट दिया है। शनिवार को भागलपुर में गंगा का जलस्तर 34.48 मीटर पर है जो खतरे के निशान से 80 सेमी ऊपर है।
कहलगांव में जलस्तर 32.46 मीटर पर है, जो लाल निशान से 1.37 मीटर ऊपर है। शहरी क्षेत्र में भी बाढ़ का पानी बढ़ा है। विश्वविद्यालय से आगे सड़क पर पानी बहने लग गया। इस्माईलपुर और गोपालपुर प्रखंड मुख्यालय में पानी घुस गया है। दोनों ब्लॉक कार्यालय को नवगछिया शिफ्ट किया गया। जाह्नवी चौक से राघोपुर जाने वाली सड़क का स्लूईस गेट टूट गया है। सैदपुर जाने वाली सड़क धंस गई है। डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के आश्रय स्थल के पास करीब 17 सामुदायिक रसोई, शुद्ध पेय जल, शौचालय आदि की व्यवस्था की गई है। सीओ क्षेत्र में सरकारी नाव चलवाएंगे।