उत्तर भारत में ठंड और कोहरे का असर साफ दिख रहा है। इतना ही नहीं इस मौसम काअसर ट्रेन और उड़ानों पर भी देखने को मिल रहा है। उधर, पहाड़ी इलाकों में फिर से मौसम में बदलाव के आसार है। जबकि मैदानी इलाकों वाले कई राज्यों में बुधवार को बारिश होने से मौसम का मिजाज फिर बदल गया।
वहीं,राजधानी में दिल्ली में कोहरे के चलते बुधवार को आइजीआइ एयरपोर्ट से संचालित होने वाली करीब 500 उड़ानें विलंबित रहीं। इनमें से करीब आधी उड़ानें एक घंटे या इससे अधिक की देरी से गंतव्य के लिए रवाना हुईं। कोहरे का आलम यह था कि दो दर्जन उड़ानों को रद करना पड़ा। इनमें 22 उड़ानें इंडिगो की और शेष दो उड़ानें स्पाइसजेट की थीं।
वहीं, यात्रियों को परेशानी से बचाने के लिए डॉयल व एयरइलाइंस की ओर से यात्रियों के लिए पूरे दिन एडवाइजरी जारी होती रही। एडवाइजरी में यात्रियों से आग्रह किया जाता रहा कि वे उड़ान के प्रस्थान से जुड़ी जानकारी के लिए एयरलाइंस के संपर्क में रहें, ताकि उन्हें अपडेट मिलता रहे। मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के विज्ञानी एसके पटेल ने बताया कि अगले तीन से चार दिनों तक प्रदेश के मौसम में विशेष बदलाव की स्थिति नहीं है। बुधवार को 9.2 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ डेहरी राज्य में सबसे ठंडा रहा। पटना का अधिकतम तापमान 0.8 डिग्री गिरावट के साथ 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में घने कोहरे से जनजीवन प्रभावित है। मौसम विभाग ने अभी कई जिलों में घने कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया है। बुधवार को सबसे कम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस फतेहपुर का रहा। इसके बाद बिजनौर का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री और मेरठ का न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने गुरुवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। शुक्रवार तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रह सकता है।