पहली बार जिलों की विशेषता और विशिष्टता के अनुरुप होगा कृषि योजनाओं की स्वीकृति : विजय कुमार सिन्हा

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उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार विजय कुमार सिन्हा द्वारा आज कृषि भवन, पटना के सभागार में वित्तीय वर्ष 2025-26 में चलाई जाने वाली महत्वकांक्षी योजनाओं हेतु सभी जिलों के जिला कृषि पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, उप परियोजना निदेशक, सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) तथा सहायक निदेशक उद्यान के साथ विस्तृत चर्चा की। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव कृषि विभाग संजय कुमार अग्रवाल द्वारा की गई।

उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री ने कहा कि किसान हमारे लिए परमात्मा का स्वरूप है जो हमें जीने की ताकत देता है। इसलिए ये हम सब की जवाबदेही एवं जिम्मेवारी है कि हम किसानों की हित में बेहतर कार्य करें।और कृषि विभाग के आत्मा, परमात्मा रुपी अन्नदाताओं से संवाद और संपर्क सुनिश्चित करें। हमारा प्रयास है कि अब बिहार के किसान केवल जीवन निर्वाह का ही नहीं उद्यमिता का प्रतीक बनकर उभरें।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य स्तर पर पहली बार एक नई पहल शुरू की गई है। इस वित्तीय वर्ष में मुख्यालय स्तर से योजनाओं के सूत्रण से पूर्व जिला स्तरीय पदाधिकारियों से सभी योजनाओं के विषय पर विस्तृत परिचर्चा की गई। आज के इस मंथन के उपरान्त जिलों को उनके आवश्यकता के अनुसार योजनाएँ तैयार की जायेगी। इसी प्रकार जिला में भी कृषि के पदाधिकारी किसानों के साथ बैठक उनकी आवश्यकतानुसार वास्तविक जरूरतों एवं जमीनी स्तर पर सुझाव लेकर योजना का सृजन करें, इसका निर्देश दिया गया है। ताकि किसानों को अधिक-अधिक कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ मिल सके। सरकार के प्रयासों से राज्य की कृषि व्यवस्था आधुनिक, सशक्त एवं लाभदायक बन रही है। हमारा लक्ष्य है कि कृषि में नवाचार और नई-नई तकनीकी सुदृढ़ता के माध्यम से किसानों के आय में वृद्धि होगी, जिससे हमारे किसान खुलहाल बनेंगे। सिन्हा ने कहा कि सभी किसानों तक योजनाओं के महत्व तथा योजनाओं में देय अनुदान की जानकारी का वृहत प्रचार-प्रसार किया जाये।

मंत्री द्वारा जिलों में उपलब्ध बीज को यथाशीघ्र किसानों को ससमय उपलब्ध कराने का निदेश दिया। साथ ही, सभी जिला कृषि पदाधिकारी को यह भी निदेश दिया कि विभिन्न योजनाओं में प्रत्यक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत समय पर बीज उपलब्ध कराये, ताकि किसानों को हम यह बता सके कि समय पर बीज लगाने से अपेक्षित उत्पादकता प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि कृषि पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के क्षमतावर्द्धन हेतु समय-समय पर प्रशिक्षण कराया जाये। मंत्री ने पदाधिकारियों को उर्वरक को उचित दाम पर किसानों को उपलब्धता हेतु आवश्यक निदेश दिया साथ ही, उर्वरक के कालाबाजारी पर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को कराई से लागू करने का निदेश दिया।

सचिव कृषि ने कहा कि इस वर्ष आदर्श पंचायत योजना के अन्तर्गत जिला के 02 पंचायत का चुनाव किया जायेगा। तथा प्रत्येक पंचायत में 20 लाख सहयोग राशि दी जायेगी। इस योजना का उद्देश्य फसल विविधिकरण तथा किसानों को सभी प्रकार की सुविधा जैसे हर खेत को सिंचाई का पानी की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना है और संधारणीय कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देते हुए, फसलों की उत्पादकता में बढ़ोत्तरी के साथ किसानों के आय में वृद्धि करना है। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में वर्षा कम होती है उन जिलों खरीफ मक्का को प्रोत्साहित किया जायेगा तथा उसी के अनुसार चिन्हित कर भौतिक लक्ष्य निर्धारित किया जायेगा। संकर बीज, स्वीट कॉन, बेबी कॉन, मिलेट्स फसलों पर अधिक ध्यान केन्द्रित करना है।

इस अवसर पर विशेष सचिव डॉ वीरेन्द्र प्रसाद यादव, कृषि निदेशक नितिन कुमार सिंह, निदेशक उद्यान अभिषेक कुमार, अपर सचिव द्वय शैलेन्द्र कुमार एवं कल्पना कुमारी, अपर निदेशक (शष्य) धनंजयपति त्रिपाठी सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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