पटना. नौकरी के बदले भूमि हड़पने के कथित आरोपों का सामना कर रहे लालू परिवार के लिए सीबीआई ने और ज्यादा मुश्किलें बढ़ा दी हैं. पहली बार इस मामले में लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव का नाम आरोप पत्र में दाखिल किया गया है. सीबीआई की ओर से दाखिल अंतिम आरोपपत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और 77 अन्य आरोपियों का नाम शामिल किया गया है. इसमें सबसे चौंकाने वाला तेज प्रताप यादव का रहा है. वहीं लालू की बेटी हेमा यादव और लालू के तत्कालीन ओएसडी भोला यादव का भी नाम शामिल है. आरोप पत्र में भारतीय रेलवे के 29 सरकारी कर्मचारी, 37 उम्मीदवार और छह निजी व्यक्ति भी इसमें शामिल हैं. इसे लेकर अब भाजपा ने कहा है कि लालू यादव ने अपने परिवार का वह हाल कर दिया कि सब इस घोटाले के लपेटे में आ गये हैं।
आरोपपत्र में जिन उम्मीदवारों के नाम हैं, वे वे हैं जिन्होंने रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी के बदले में अपनी जमीनें लालू परिवार को दे दी थीं. ये उम्मीदवार यूपीए-1 सरकार में लालू के केंद्रीय रेल मंत्री (2004-2009) के कार्यकाल के दौरान भारतीय रेलवे के 11 जोन में स्थानापन्न के तौर पर नियुक्त किए गए थे. अदालत 6 जुलाई को आरोपपत्र पर विचार करेगी. इससे पहले एजेंसी ने लालू, उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती समेत 16 लोगों को आरोपी बनाया था।
दरअसल, लैंड फॉर जॉब मामले में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अदालत ने 29 मई को सीबीआई को जमीन के बदले नौकरी मामले में अपना निर्णायक/अंतिम आरोपपत्र दाखिल करने का निर्देश दिया था. जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू, उनके परिवार के अन्य सदस्यों और रेलवे अधिकारियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा दाखिल यह तीसरा आरोपपत्र है. इसमें पहली बार तेज प्रताप यादव का नाम शामिल किया गया है. लालू यादव वर्ष 2004-2009 के बीच देश के रेल मंत्री रहे थे. उसी दौरान कई लोगों को रेलवे में ग्रुप डी की नौकरियां दी गई थी. इसमें बड़े स्तर पर अनियमितता के आरोप लगे जिसमें लोगों से जमीन लेकर उन्हें नौकरी देने की बातें सामने आई।
वहीं तेज प्रताप यादव का नाम आरोप पत्र में आने पर भाजपा ने लालू यादव और तेजस्वी को निशाने पर लिया है. भाजपा प्रवक्ता राम सागर सिंह ने शनिवार को कहा हेलीकॉप्टर यात्रा के बाद अब तेजस्वी यादव जेल यात्रा करेंगे. लालू यादव ने अपने इस घोटाले में परिवार के सभी लोगों के साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों तक सबको फंसा दिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कहा था कि भ्रष्टाचारियों की जगह जेल में होगी. अब तेजस्वी का वही हाल होगा. जैसे चारा घोटाला में लालू यादव सजायाफ्ता हुए वैसे ही अब लैंड फॉर जॉब में भी लालू परिवार के सारे लोग सजा पाएंगे. सीबीआई के बाद जल्द ही ईडी भी इस मामले में आरोप पत्र दाखिल करने वाली है।