बाबा बर्फानी की भक्ति का रंग सिर्फ भारतीयों पर ही नहीं, बल्कि विदेशियों पर चढ़ता दिख रहा है। मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के लिए जा रहे हजारों तीर्थयात्रियों के साथ कैलिफोर्निया के दो अमेरिकी नागरिकों को भी देखा गया। दोनों ने भगवा वस्त्र पहन रखा था। विदेशी नागरिकों ने कहा कि अमरनाथ यात्रा उनके लिए सपने के सच होने जैसा है। वे कई सालों से यात्रा का इंतजार कर रहे थे।
अमेरिकी नागरिकों ने कहा कि हम हमेशा मंदिर में आने का सपना देखते थे। हमने इस यात्रा पर यूट्यूब वीडियो देखे और कई वर्षों तक यात्रा की योजना बनाई। अब सब कुछ ठीक हो गया है और हम यहां हैं।
पवित्र गुफा के चलते यहां विशेष शांति
अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई है, जो 62 दिनों तक चलेगी। दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालु दुर्गम पहाड़ियों के बीच होकर वहां तक पहुंचते हैं।
जब अमेरिकी तीर्थयात्री से अमरनाथ यात्रा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यहां आकर हमारी भावना का वर्णन करना असंभव है। भोलेनाथ की कृपा से ही यह संभव हो सका है। उन्होंने इंतजामों के लिए श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की भी प्रशंसा की।
अमेरिकी नागरिक ने कहा कि यहां एक विशेष प्रकार की शांति है, जो यह स्थान और ये पहाड़ और निश्चित रूप से वह पवित्र गुफा प्रदान करती है। हम चाहते हैं कि यह शांति सभी के लिए कायम रहे।
स्वामी विवेकानन्द से मिली प्रेरणा
जब उनसे अमरनाथ यात्रा में शामिल होने की प्रेरणा के बारे में पूछा गया, तो उनमें से एक विदेशी नागरिक ने कहा कि रामकृष्ण परमहंस के भक्त स्वामी विवेकानंद अमरनाथ आए थे। उन्हें एक बहुत ही महत्वपूर्ण अनुभव हुआ था। मैं इस कहानी को 40 वर्षों से जानता हूं। उन्होंने आगे कहा कि स्वामी विवेकानन्द को भगवान शिव के दर्शन हुए थे और उन्होंने इसे बहुत महत्वपूर्ण बताया।
तीन दिन बाद जम्मू से अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू
रामबन खंड में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मरम्मत के कारण तीन दिनों से रुकी अमरनाथ यात्रा मंगलवार दोपहर को जम्मू आधार शिविर से फिर से शुरू हो गई।
तीर्थयात्रियों के एक नए समूह को अमरनाथ गुफा मंदिर की आगे की यात्रा के लिए कश्मीर की ओर जाने की अनुमति दी गई। राजमार्ग, जो पहले लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया था, अब फिर से खोल दिया गया है।
30 जून से अब तक कुल 43,833 तीर्थयात्रियों ने जम्मू आधार शिविर से सात अलग-अलग समूहों में गुफा मंदिर की ओर अपनी यात्रा शुरू की है। तीर्थयात्रा 31 अगस्त को समाप्त होने वाली है।