अपनी पगड़ी के लिए चर्चित रहे बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी 2 जुलाई को अयोध्या जा रहे हैं. सम्राट चौधरी ने कहा है कि वे अयोध्या जाकर मुंडन करायेंगे और अपनी पगड़ी को सरयू नदी में प्रवाहित करेंगे. ये वही पगड़ी है जिसको लेकर सम्राट चौधरी ने कसम खायी थी कि वह नीतीश कुमार को सत्ता से हटा कर ही पगड़ी उतारेंगे. लेकिन अब बीजेपी के पूर्व प्रदेश महामंत्री ने सम्राट चौधरी को सलाह दी है कि वे पगड़ी के बजाय खुद सरयू नदी में जल समाधि ले लें. ताकि उनकी लाज बच जाये.
चरण चुंबन कर रहे हैं सम्राट
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश महामंत्री सुधीर शर्मा ने कहा है कि बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार को हटाने की कसम खाई थी और उसके प्रतीक के तौर पर हमेशा पगड़ी बांधे रहते थे. अब जब वे नीतीश कुमार के चरण चुंबन में लग गए तो निर्लज्जता के साथ पगड़ी हटाने का कोई उपाय खोज रहे हैं.
सुधीर शर्मा ने कहा है कि वैसे भी भाजपा के लिए पिछले लोकसभा चुनाव में सम्राट चौधरी पूरी तरह अनुपयोगी साबित हुए हैं. बीजेपी ने जिस योजना के तहत उन्हें डिप्टी सीएम औऱ प्रदेश अध्यक्ष बनाया था वह पूरी तरह फेल हो गया. सम्राट चौधरी का तथाकथित वोट बैंक राजद औऱ कांग्रेस के साथ चला गया. ऐसे में अब सम्राट चौधरी ने ये घोषणा किया है कि वे अयोध्या जाकर सरयु नदी में पगड़ी को प्रवाहित करेंगे और मुंडन कराएंगे.
सुधीर शर्मा ने कहा है कि राजनीति में लोग सम्मान स्वाभिमान के लिए आते हैं . सम्राट चौधरी ने तो कम उम्र में सभी दलों से घूमते हुए भाजपा में उस पद को प्राप्त कर लिया है जो केवल स्वर्गीय सुशील मोदी को ही कुछ दिनों के लिए प्राप्त हुआ था. अब निर्लज्ज जीवन जीने से क्या फायदा? त्रेता युग में भगवान राम ने सरयु नदी में जल समाधि लिया था. अब सम्राट चौधरी भी उसी परंपरा का पालन करते हुए नीतीश जी की चाकरी करने के बजाय अयोध्या में सरयु नदी में जल समाधि लेकर इतिहास में अपना नाम अमर करें.