महर्षि वाल्मीकि शेड्यूल ट्राइब डेवेलपमेंट कोर्पोरेशन में फंड की हेराफेरी के मामले में ED के कांग्रेस के पूर्व मंत्री और MLA बी नागेंद्र को अरेस्ट कर लिया है। ED सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को कई घंटों की पूछताछ के बाद देर रात उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। बी नागेन्द्र पर आरोप हैं कि इस विभाग के मंत्री रहते हुए उन्होंने अपने फायदे के लिए फंड की हेराफेरी की।
नागेंद्र कर्नाटक के बल्लारी ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक हैं। यह गिरफ्तारी कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम में कथित घोटाले की जांच के सिलसिले में की गई है, जिसमें कथित तौर पर 88 करोड़ रुपये तक की धनराशि का गबन किया गया था।
बी नागेंद्र को ईडी ने किया गिरफ्तार
बता दें कि 10-12 जुलाई को उनसे जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी के बाद, नागेंद्र को 12 जुलाई की सुबह बेंगलुरु के शांतिनगर में ईडी कार्यालय लाकर पूछताछ की गई। यह कथित घोटाला तब प्रकाश में आया जब निगम के एक कर्मचारी एन. चंद्रशेखरन ने फंड के गबन की जानकारी देते हुए 26 मई को आत्महत्या कर ली। उन्होंने सुसाइड नोट में इसके लिए मंत्री को दोषी ठहराया। नागेंद्र कर्नाटक सरकार में अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री के रूप में निगम की देखरेख करते थे। इस स्कैम के सामने आने के बाद उन्होंने 6 जून को इस्तीफा दे दिया था।
बसनगौडा दद्दाल पर भी लटकी गिरफ्तारी की तलवार
गौरतलब है कि इस प्रकरण की जांच तीन एजेंसियां यानी राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी, CBI और ED कर रही हैं। एसआईटी ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और कथित रूप से गबन की गई राशि में से 14.5 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। 9 जुलाई को ईडी की छापेमारी से एक दिन पहले एसआईटी ने बी नागेन्द्र और रायचूर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस MLA और निगम के अध्यक्ष बसनगौड़ा दद्दाल से पूछताछ की थी, बी नागेनद्रा की गिरफ्तारी के बाद अब बसनगौडा दद्दाल पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।