गूगल के पूर्व CEO एरिक श्मिट ने AI आधारित “परफेक्ट गर्लफ्रेंड” और “बॉयफ्रेंड” के बढ़ते ट्रेंड को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि AI चैटबॉट्स के साथ भावनात्मक जुड़ाव युवाओं को समाज और परिवार से दूर कर सकता है और इसके खतरनाक नतीजे हो सकते हैं। एरिक श्मिट ने एक पॉडकास्ट के दौरान कहा, “कल्पना करें कि AI गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड न सिर्फ दिखने में परफेक्ट हो, बल्कि भावनात्मक रूप से भी हर जरूरत को पूरा करे। इससे युवाओं का ध्यान असली रिश्तों से हटकर आभासी दुनिया में चला जाएगा। यह उन्हें अकेलेपन और अवसाद की ओर धकेल सकता है।”
उन्होंने बताया कि यह समस्या खासकर उन युवाओं में ज्यादा देखने को मिल सकती है जो मानसिक और सामाजिक रूप से पूरी तरह विकसित नहीं हुए हैं। एरिक श्मिट ने फ्लोरिडा में हुई एक दुखद घटना का जिक्र किया, जहां एक 14 साल के लड़के ने AI गर्लफ्रेंड के साथ अपने जुड़ाव के चलते आत्महत्या कर ली। उन्होंने इसे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी बताया। पॉडकास्ट में प्रोफेसर स्कॉट गैलोवे ने पूछा कि क्या AI गर्लफ्रेंड अकेलेपन को बढ़ा सकती है और स्त्री-द्वेष जैसी सामाजिक समस्याओं को जन्म दे सकती है।
एरिक श्मिट ने माना कि यह ट्रेंड समाज में बड़े पैमाने पर सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को जन्म दे सकता है। एरिक ने इस बात पर भी जोर दिया कि सोशल मीडिया बच्चों और युवाओं को बहुत कम उम्र में ही हर तरह की जानकारी उपलब्ध करा देता है। 12-13 साल के बच्चों के पास ऐसी सामग्री तक पहुंच होती है जिसे वे ठीक से समझ भी नहीं सकते। एरिक श्मिट ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। साथ ही, बच्चों में सामाजिक जागरूकता और असली रिश्तों के महत्व को समझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अकेलापन एक बड़ी समस्या है, जिसे तकनीक के दुरुपयोग से और बढ़ावा मिल सकता है।