बिहार के सियासी गलियारे से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। सीवान से बीजेपी के पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव की तबीयत बिगड़ गई है। गंभीर हालत में उन्हें सीवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया है। ओमप्रकाश यादव बीजेपी के वही पूर्व सांसद हैं, जिन्होंने कभी शहाबुद्दीन से लोहा लिया था।
बताया जा रहा है कि दिल्ली से लौटने के बाद ओमप्रकाश यादव तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें सीवान के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सदर अस्पताल में उनकी सेहत में सुधार नहीं होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर किया है। कहा जा रहा है कि पूर्व सांसद की हालत गंभीर बनी हुई है। पटना के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
ओमप्रकाश यादव ने शहाबुद्दीन के खिलाफ संघर्ष कर एक खास पहचान बनाई है। सीवान से वे लगातार दो बार ( 2009, 2014 ) सांसद रहे। बीजेपी के टिकट पर उन्होंने जंगलराज के प्रतीक मो. शहाबुद्दीन के खिलाफ चुनाव लड़ने की हिम्मत दिखाई। इसके साथ ही सीवान से शहाबुद्दीन के आतंक को भी खत्म करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। चर्चित तेजाब कांड में चंदा बाबू के बेटों की हत्या हो या फिर पत्रकार राजदेव रंजन का मर्डर, हर मामले में ओमप्रकाश यादव ने खुलकर शहाबुद्दीन का विरोध किया था। यही वजह है कि उन्हें शहाबुद्दीन के सबसे बड़े विरोधी के तौर पर जाना जाता है।
लगातार दो बार से बीजेपी के सांसद रहे ओमप्रकाश यादव को 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट नहीं मिला था। इस चुनाव में सीवान लोकसभा सीट एनडीए गठबंधन के जेडीयू के खाते में चली गई थी। ऐसे में सीवान से जेडीयू की कविता सिंह ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद भी तब के सांसद ओमप्रकाश यादव ने बीजेपी के साथ अपनी निष्ठा दिखाई और एनडीए गठबंधन की प्रत्याशी कविता सिंह का समर्थन किया था। फिलहाल जेडीयू से कविता सिंह सीवान की सांसद हैं।
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