पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीसीसीआई से मदद की गुहार लगाई है। दरअसल, 2012 में स्पॉट फिक्सिंग के मामले में ECB (इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड) ने कनेरिया पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था। इस बैन को हटाने के लिए दानिश कनेरिया ने पीएम मोदी और BCCI से मदद की अपील की है।
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया पिछले कुछ महीनों में अपने बयानों और ट्वीट को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। आजतक से विशेष बातचीत में ने दानिश कनेरिया ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी और बीसीसीआई से अपील करना चाहूंगा कि ईसीबी की ओर से मुझ पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने में मेरी मदद करें।
PCB पर भी दानिश कनेरिया ने किया हमला
दानिश ने बातचीत के दौरान PCB (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) को भी निशाने पर लिया और कहा कि अगर मैं हिंदू नहीं होता, तो पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कप्तान होता। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ अपने धर्म को खेल से ऊपर रखा, इसलिए कई मायनों में मैं पीछे रहे गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में लोगों की सिफारिशें चलती हैं, वहां टैलेंट की कोई कद्र नहीं होती। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बोर्ड की ओर से और साथी खिलाड़ियों की ओर से भी कई बार उनपर दबाव बनाया गया कि वे इस्लाम स्वीकार कर लें।
शाहिद अफरीदी पर लगाए बड़े आरोप, इंजमाम और शोएब को सराहा
दानिश कनेरिया ने शाहीद अफरीदी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनके साथी खिलाड़ी लगातार उनपर धर्म बदलने का दबाव डालते थे और उनसे नमाज पढ़ने को कहते थे। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक और पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर की सराहना की। उन्होंने कहा कि टीम में जब तक इंजमाम उल हक थे, तब तक सबकुछ ठीक था। उन्होंने ये भी कहा कि बाकी साथी खिलाड़ियों से अलग शोएब अख्तर हमेशा उनका सपोर्ट करते थे और कहते थे कि आप बस अपने प्रदर्शन पर फोकस करो।
बोले- मुमकीन हुआ तो भारत जरूर आना चाहूंगा
दानिश कनेरिया ने ये भी कहा कि अगर मुमकीन हुआ तो वे भारत की नागरिकता लेना चाहेंगे, भारत आकर रहना चाहेंगे। उन्होंने पीएम मोदी की जमकर तारीफ भी की और कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में जबरदस्त तरक्की की है।