पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने नम आंखों से स्वर कोकिला शारदा सिन्हा जी की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।साथ ही उनके पार्थिक शरीर को दिल्ली से पटना पहुंचे और परिजनों के साथ उनके आवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया।*
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने स्वर कोकिला पद्मभूषण श्रीमती शारदा सिन्हा के लंबे समय से चल रहे इलाज उपरांत उनके निधन पर गहरी शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया है। उनके साथ ही भाजपा के पूर्व प्रत्याशी रहे डा. अर्जित शाश्वत चौबे ने भी शारदा सिन्हा के कर्क रोग से मृत्यु होने पर शोक संवेदना व्यक्त किया है।
अश्विनि चौबे ने कहा की शारदा जी से पिछले 40 वर्षों का मेरा पारिवारिक संबंध रहा और एक पारिवारिक व्यक्ति के चले जाने का अपार कष्ट मुझे है। साथ ही बिहार सहित देशवासियों के लिए यह काफी दुःख का विषय है की बिहार की आन, बान और शान अब बौकुंठवासी हो गई हैं। उनका जाना एक युग के अंत जैसा प्रतीत हो रहा है। पिछले 5 दशकों से लोक गीत का अलख संपूर्ण विश्व में जगाने वाली साक्षात सरस्वती स्वरूपा अब हमसे विदा हो गई।
चौबे ने कहा की कल शाम के बाद उनका इन्फेक्शन बढ़ जाने के कारण थोड़ी कठिनाई बढ़ी थी और उन्हें ऐम्स दिल्ली में वेंटीलेटर पर डालना पड़ा था। उन्होंने कहा की मैं लगातार उनके मुख्य चिकित्सकों एवं निदेशक एम्स दिल्ली से संपर्क में था और शारदा जी के पुत्र अंशुमान से भी जरूरी बिंदुओं पर बात हो रही थी। बाबा केदारनाथ ने शारदा जी को इस शारीरिक कष्ट से निजात दिलाकर अपने पास बुला लिया है। छठी मैया का अलौकिक गीत गाने वाली मां शारदे शारीरीरिक रूप से हमारे बीच नहीं रहीं लेकिन उनकी जीवंत गीतों को करोड़ों देशवासी प्रतिदिन जिएंगे। उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
शोक व्यक्त करने वालों में भाजपा नेता डा. अर्जित शाश्वत चौबे, अरुण सिंह, देव कुमार पांडे, सज्जन अवस्थी, नरेश यादव, रामनाथ पासवान, सुधीर चौधरी, अरुण चौबे, दिनेश मंडल, प्रणव दास, देवव्रत घोष, अभय घोष, रूबी दस, शरद वाजपेई, पूनम भगत, संजय भगत, अभिषेक मिश्रा, पंकज सिंह, शशि मोदी, आशीष पांडे, चंदन ठाकुर आदि प्रमुख रूप से है।