पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी कोर्ट में वर्ष 2020 की अपनी चुनावी हार को पलटने की साजिश के मामले में खुद को बेकसूर करार दिया है। एक सुनवाई के दौरान, उन्होंने धीरे से बोलते हुए अपने नाम और उम्र की पुष्टि की और खुद को निर्दोष बताया। बाद में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह मामला एक ‘राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के उत्पीड़न’ का है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति आपराधिक प्रतिवादी के रूप में चार महीने में तीसरी बार कोर्ट में पेश हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप ने गुरुवार दोपहर वॉशिंगटन अदालत के पिछले दरवाजे से प्रवेश किया, जो यूएस कैपिटल दंगों की साइट से कुछ ही दूरी पर स्थित है। 6 जनवरी 2021 को ट्रंप समर्थकों ने अमेरिकी कांग्रेस पर हमला बोला था। अदालत में ट्रंप मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ के साथ नजरें मिला रहे थे। कोर्ट में पेश होने के लिए ट्रंप न्यू जर्सी स्थित अपने आवास से अपने निजी विमान में सवार होकर वॉशिंगटन पहुंचे थे।
4 आरोप लगे हैं पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर
अभियोग में ट्रंप पर चार आरोप लगाए गए हंे। इनमें किसी सरकारी कार्यवाही में बाधा डालना, अमेरिका को धोखा देने की साजिश रचना, नागरिकों के खिलाफ साजिश शामिल है। मजिस्ट्रेट जज मोक्सिला उपाध्याय ने पूर्व राष्ट्रपति से कहा कि वह मामले के तथ्यों के बारे में टिप्पणी न करें। उन्होंने चेतावनी दी कि इसके अनुपालन में विफलता गिरफ्तारी वारंट, रिहाई की शर्तें रद्द करना या अदालत की अवमानना का कारण बन सकती है।
अभियोजकों ने सुनवाई के दौरान बताया कि मामले की त्वरित सुनवाई से लाभ होगा। लेकिन ट्रंप के बचाव पक्ष के वकील जॉन लॉरो ने कहा कि उन्हें तैयारी के लिए और समय की जरूरत होगी। उधर, ट्रंप ने वापस न्यू जर्सी के लिए उड़ान भरने से पहले पत्रकारों से बात करते ट्रंप ने कहा कि ‘यह अमेरिका के लिए बहुत दुखद दिन था’।