बिहार के बांका में युवक की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है. पहले अपहरण कर चार लोगों पर हत्या का आरोप था. वहीं अब उद्भेदन के दौरान पता चला कि 10 हजार के लिए मृतक के दो दोस्तों ने ही बेहरमी से उसे मौत के घाट उतार दिया. गमछी से गला घोटकर और आंख में कैंची घोंपकर उसकी हत्या की गई थी. एसडीपीओ विपिन बिहारी ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी।
हत्या के बाद आंख में कैंची भोंका
हत्याकांड का उद्वेदन करते हुए एसडीपीओ विपिन बिहारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 3 जनवरी को फैजाबाद थाना क्षेत्र के नया डीह स्थित पोखर से एक नाबालिक छात्र का शव बरामद किया गया था. इस हत्याकांड मामले में दो नाबालिक को गठित पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. मौके से हत्या के दौरान इस्तेमाल गमछी और कैंची बरामद हुआ है. गमछी से ही गला घोंटकर पहले उसकी हत्या की गई, फिर कैंची भी घोंपी गई।
फ्री फायर इंडिया गेम को लेकर हत्या
एसडीपीओ ने आगे बताया कि रजौन थाना क्षेत्र के सिकानपुर गांव निवासी रामदेव यादव ने 2 जनवरी को अपने पुत्र 13 वर्षीय दिलखुश कुमार का अपहरण कर लेने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था. जिसमें गांव के ही चार लोगों पर आरोप लगाया गया था. उसके अगले दिन 3 जनवरी को नयाडीह गांव स्थित पोखर से दिलखुश कुमार का शव बरामद हुआ था. इसके बाद टीम का गठन करते हुए अनुसंधान के दौरान पता चला कि फ्री फायर इंडिया गेम के दौरान पैसे को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया गया।
“दिलखुश कुमार मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेलता था. आर्यन कुमार को गेम खेलने के लिए मोबाइल नहीं था, जिसको लेकर आर्य ने दिलखुश कुमार से मोबाइल खरीदने के लिए 10 हजार रुपये उधार लिया लेकिन उसने पैसा कहीं खर्च कर दिया. जिसे दिलखुश पैसा वापस मांग रहा था. उसने मोबाइल गेम खेलने के लिए अपना मोबाइल देने से इनकार कर गया. इसी बात को लेकर आक्रोश में आकर दो नाबालिग दोस्तों ने योजना बनाकर एक जनवरी की रात को घर से दिलखुश को बुलाकर बहियार की तरफ ले गया और गमछी से गला दबाकर और कैंची से गोद कर हत्या कर दी”-विपिन बिहारी, एसडीपीओ