Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

‘कांग्रेस में नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक आरक्षण विरोधी’ सुशील मोदी बोले- प्रधानमंत्री को लेकर झूठा प्रचार कर रहे राहुल

BySumit ZaaDav

फरवरी 9, 2024
GridArt 20240209 102835844

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले राहुल गांधी अब उनकी जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल करने के गुजरात की कांग्रेस सरकार के फैसले पर झूठा प्रचार कर रहे हैं।

सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गांधी को पता नहीं है कि 25 जुलाई 1994 को गुजरात की कांग्रेस सरकार ने मंडल आयोग की रिपोर्ट के दबाव में तेली घांची जाति और उसकी उपजातियों को पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल किया था। उस समय नरेंद्र मोदी किसी सरकारी पद पर नहीं थे। बाद में 4 अप्रैल 2000 को केंद्र सरकार ने तेली घांची जाति को ओबीसी की केंद्रीय सूची में शामिल किया। यह जाति अधिकतर राज्यों की पिछड़ा वर्ग सूची में है। बिहार की एनडीए सरकार ने तेली जाति को अतिपिछड़ा वर्ग में रखा है।

उन्होंने कहा कांग्रेस का इतिहास पिछड़ा विरोधी रहा है। नेहरू से राजीव गांधी तक कांग्रेस आरक्षण विरोधी ही रही। नेहरू मानते थे कि आरक्षण देने से सरकारी सेवाओं का स्तर गिर जाएगा। यही कारण था कि केंद की कांग्रेस सरकारों ने काका कालेलकर समिति की रिपोर्ट खारिज की और मंडल आयोग की रिपोर्ट को 10 साल तक दबाये रखा। राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने का विरोध संसद में खड़े होकर किया था वे आज किस मुंह से बिहार में जातीय सर्वे कराने का श्रेय ले रहे हैं और अपनी सरकार बनने पर देश में जातीय जनगणना कराने की बात कर रहे हैं?

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछले साल विधानसभा के चुनावों में कांग्रेस का जातीय जनगणना का मुद्दा फेल कर गया, जबकि लोगों ने पिछड़े समाज से आने वाले प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी पर पूरा भरोसा जताया। राहुल गांधी बतायें कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने 2015में जो जातीय सर्वे कराया था, उसकी रिपोर्ट 8 साल से सार्वजनिक क्यों नहीं हो पाई? हिमाचल प्रदेश में एक साल से कांग्रेस की सरकार है, लेकिन वहां जातीय सर्वेक्षण कराने का निर्णय क्यों नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद जातीय सर्वे पर क्यों चुप्पी साध गई? इसका जवाब राहुल गांधी को देना चाहिए।