रक्षाबंधन 31 अगस्त को मनाया जायेगा। हालांकि पूर्णिमा का प्रवेश आज ही हो जायेगा। इसके साथ भद्रा भी होगा। इस कारण रात 903 मिनट के बाद ही राखी बांधी जा सकती है। अधिकांश लोग 31 अगस्त को राखी बंधवायेंगे। ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि 31 अगस्त को रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार मनाया जाएगा। बुधवार के दिन प्रात 1020 से पूर्णिमा का प्रवेश हो जाएगा और इसी समय भद्रा भी प्रवेश करेगा, जो रात्रि 903 बजे तक रहेगा।
भद्रा काल में रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनाया जाएगा। गुरुवार 31 अगस्त को पूर्णिमा सुबह 7:52 तक रहेगा। जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि 31 अगस्त को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:55 से 7:05 तक है। यह रक्षाबंधन का उत्तम मुहूर्त है। उसके बाद सुबह 8:12 से शाम 5:42 तक कभी भी राखी बांधी जा सकती है।
इस समय में रक्षाबंधन मनाने में कोई दोष नहीं होगा। इस दिन सुकर्मा योग का संयोग बन रहा है। यह योग सुबह से शाम 5:16 तक है। रक्षाबंधन को लेकर राखी की दुकानों में अधिक भीड़ रही। विभिन्न जगहों पर फुटकर दुकानदार भी राखी बेच रहे थे। बच्चों के लिए राखी में बाहुबली, छोटा भीम, मोटू-पतलू, डोरेमॉन आदि राखी की मांग अधिक रही।
राखी डिजाइन की काजू मिठाई की मांग अधिक
बाजार में मिठाई की मांग बढ़ गयी है। खलीफाबाग स्थित मिठाई दुकान के संचालक मानवेंद्र शुक्ला ने बताया कि रक्षाबंधन को लेकर सूखी मिठाई की अधिक बिक्री हो रही है। इस बार राखी की डिजाइन की काजू मिठाई लोग अधिक ले रहे हैं। इसकी कीमत 12 सौ रुपये किलो है। खजूर ड्राई फ्रूट 22 सौ रुपये किलो, नारियल बर्फी 400 रुपये बिक रही है।
ऑनलाइन राखी और गिफ्ट की बढ़ी है परंपरा
इस बार ऑनलाइन राखी व गिफ्ट का प्रचलन भी बढ़ गया है। बहनें ऑनलाइन डिलीवरी साइट्स से भाइयों को राखी भेज रही हैं, वहीं भाई भी बहनों के लिए ऑनलाइन गिफ्ट की खरीदारी कर रहे हैं। तिलकामांझी की प्रिया ने बताया कि उनका भाई बेंगलुरु में रहता है। उन्होंने ऑनलाइन डिलीवरी साइट्स के माध्यम से राखी पसंद कर भाई को भेज दी है। राखी के साथ तिलक का सिंदूर, चावल आदि भी थे।