गडचिरोली: सरकार नक्सलियों को खत्म करने के लिए अपनी कार्रवाई कर रही है। इस बीच गडचिरोली पुलिस और CRPF को बडी सफलता मिली है। बताया जा रहा है कि 6 लाख इनामी एक खुंखार नक्सली ने जिला पुलिस दल और सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित नक्सली का नाम धानोरा तहसील के कोसमी नं. 1 निवासी केदार उर्फ मान्या किंजो नेताम है।
जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा वर्ष 2005 से घोषित किए गए आत्मसमर्पण योजना के चलते हिंसाचार के जीवन के जीवन से तंग आकर और वरिष्ठ नक्सली नेता से त्रस्त होकर अनेक नक्सलियों ने जिला पुलिस दल के सामने आत्मसमर्पण किया है। विशेषत: पुलिस दल द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों का पुनर्वसन किये जाने के कारण अब तक करीब 673 नक्सलियों ने जिला पुलिस दल के सामने आत्मसमर्पण किया है।
18 मुठभेड़ में शामिल
एक अधिकारी ने बताया कि वह क्षेत्र में कम से कम 18 मुठभेड़ में शामिल था और उसके खिलाफ 34 मामले दर्ज हैं, जिनमें आगजनी के दो और हत्या के आठ मामले शामिल हैं। अधिकारी ने बताया, “वह 2007 में नक्सल आंदोलन में शामिल हुआ था। उसने धनोरा में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के पश्चिमी उप क्षेत्रीय ब्यूरो में सक्रिय रूप से भाग लिया था।”
34 मामले दर्ज
केदार नैताम यह वर्ष 2002 से 2007 तक टिपागड दलम में सदस्य के रूप में कार्यरत था। वहीं 2007 से 2012 टेक्नीकल टिम नॉर्थ गडचिरोली डिवीजन में कार्यरत था। 2012 से 2020 तक प्लाटुन 15 (टिपागड एरिया) में तैनात था। 2020 में एरिया कमिटी सदस्य पद पर पदोन्नती होकर अब तक टेक्नीकल टिम-वेस्ट सब झोनल ब्युरो में कार्यरत था। उसका करीब 18 मुठभेड, 2 आगजनी, 8 हत्या और अन्य 6 ऐसे कुल 34 अपराधों में समावेश था। सरकार द्वारा केदार नैताम पर 6 लाख रूपयों का इनाम रखा गया था।
अब तक कुल 25 खुंखार नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
विशेषत 2022 से 2024 में अब तक कुल 25 खुंखार नक्सलियों ने आत्मसमर्पन किया है। उक्त नक्सली के आत्मसमर्पण करने की कार्रवाई विशेष पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) संदिप पाटील, पुलिस उपमहानिरीक्षक अंकित गोयल, सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय कुमार शर्मा, जिला पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल, सीआरपीएफ की 113 बटालियन के कमांडट जसवीर सिंह के मार्गदर्शन में सावरगांव के प्रभारी अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक विश्वंभर कराले ने की।