रूरा (कानपुर देहात)। कानपुर के अंबियापुर स्टेशन के पास बुधवार सुबह रेल पटरी पर अग्निशमन गैस सिलेंडर मिला। इटावा से कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी के चालक ने सबसे पहले इसे देखा और स्टेशन मास्टर को सूचना दी। जीआरपी ने सिलेंडर कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की है।सूचना पर जीआरपी के वरिष्ठ अफसर मौके पर पहुंचे। डेढ़ महीने में ट्रैक पर सिलेंडर/बोल्डर मिलने की पांचवीं घटना है।
क्या है पूरा मामला?
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है और ट्रैक पर मिले सिलेंडर को कब्जे में लिया है। इससे पहले कानपुर में पुष्पक एक्सप्रेस के सामने भी अग्निशमन सिलेंडर मिला था।
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
हालही में प्रयागराज से भिवानी जाने वाली कालिंदी एक्सप्रेस (14117) को कानपुर में एलपीजी सिलेंडर से उड़ाने की साजिश का मामला सामने आया था। इस साजिश को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर थीं। जानकारी के मुताबिक, शुरुआती तफ्तीश में इस घटना में टेरर लिंक होने के सबूत मिले थे। जांच एजेंसियों को शक था कि इस घटना की साजिश रचने वाला सेल्फ रेडिक्लाइज शख्स है।
जांच एजेंसियों को शक था कि कानपुर में ट्रेन पलटने की साजिश में ISIS के खुरासन मॉड्यूल का हाथ हो सकता है। दरअसल इस मॉड्यूल से जुड़े आतंकियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये जिहादी बनाया जाता है यानी उनका ब्रेनवाश किया जाता है। उन्हें सोशल मीडिया के जरिये बम बनाने जैसी ट्रेनिंग दी जाती है।
कानपुर शिवराजपुर ट्रेन डिरेल साजिश मामले में जांच एजेंसियों ने सैकड़ों सीसीटीवी की फुटेज की जांच की थी और 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई थी। कानपुर पुलिस ने गैस सिलेंडर की तीन एजेंसियों से पूछताछ की थी।