बिहार के मसौढ़ी में महाशिवरात्रि पूजा को लेकर विभिन्न शिवालियों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है, शिवालियों में सुबह से ही भक्तों की जलाभिषेक करने के लिए लाइन लगी है. पटना से सटे धनरूआ के वीर धाम में बुढ़वा महादेव स्थान जिसे गौरी शंकर मंदिर कहा जाता है, यहां भी काफी लोगों की भीड़ देखी जा रही है।
जलाभिषेक के लिए उमड़ी भीड़ः पटना से सटे धनरूआ के वीर धाम बुढ़वा महादेव स्थान गौरी शंकर मंदिर जहां 5 फीट का शिवलिंग काफी आकर्षक का केंद्र बिंदु बना रहता है, यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रत्येक शिवरात्रि पूजा और सावन के महीने में जलाभिषेक करने के लिए आते हैं. कहते हैं ऐसी मान्यता है कि जिसे संतान सुख की प्राप्ति और विवाह में बाधा आ रही होती है, वह इस मंदिर में आकर अपनी मुराद मांगते हैं और उनकी मनोकामना पूर्ण होती है।
यहां की मान्यताएं हैं खासः इसी खास वजह से दूर-दूर से श्रद्धालुओं की भीड़ यहां पहुंचती है. आज महाशिवरात्रि पूजा को लेकर बहुत दूर से लोग सुबह से ही जलाभिषेक के लिए पहुंचे हैं. मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां की खास मान्यताएं हैं. इसलिए हर श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए इस वीर धाम स्थित बुढ़वा महादेव स्थान गौरी शंकर मंदिर में आते हैं और कहा जाता है कि आज के दिन जो भी जिनकी मान्यता पूरी होती है, वह कान काटकर गाय का बछड़ा दान देते हैं।
“यहां पर तीन दिवसीय भव्य मेले का भी आयोजन किया जाता है. बुढ़वा महादेव स्थान गौरी शंकर मंदिर में सुबह से ही भक्तों की जलाभिषेक को लेकर भीड़ उमड़ी हुई है. हर तरफ हर हर महादेव के नारों से पूरा इलाका गूंज रहा है. गौरी शंकर मंदिर इसे इसलिए कहते हैं कि यहां पर शिवलिंग में माता गौरी और भगवान शिव की आकृति है. 5 फीट का शिवलिंग है यहां मन की हल मुरादें पूरी होती है”- दयानंद मिश्रा, पंडित, गौरी शंकर मंदिर