जिला टास्क फोर्स की बैठक में शामिल हुए गया डीएम त्यागराजन एसएम, धान अधिप्राप्ति कार्य की हुई समीक्षा

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जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में खरीफ विपणन मौसम 2024-25 अंतर्गत पैक्स / व्यापार मंडलों द्वारा किये जा रहे धान अधिप्राप्ति कार्य की समीक्षा जिला टास्क फोर्स की बैठक में की गई। उक्त बैठक में समीक्षा के क्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिला अंतर्गत कुल 308 पैक्स / व्यापार मण्डल द्वारा धान अधिप्राप्ति का कार्य 15.11.2024 से शुरू किया गया है। अधिप्राप्ति में 290 पैक्स एवं 18 व्यापार मंडल शामिल है। अभी तक कुल 4668 किसानों से 33890.128 मे0 टन धान की खरीद की गई है। जिला पदाधिकारी, गया द्वारा निर्देश दिया गया कि प्रबंध निदेश, मगध सेंटल को० बैंक लिमिटेड, गया एवं सभी सहकारिता प्रसार पदाधिकारी धान अधिप्राप्ति में संलग्न शत् प्रतिशत किसानों का भुगतान 48 घंटे के अंदर कराना सुनिश्चित करेंगे।

जिला पदाधिकारी, गया द्वारा प्रतिवेदन के अवलोकनोंपरांत धान अधिप्राप्ति हेतु ऑन लाईन आवेदन करनेवाले किसानों के संबंध में नाराजगी व्यक्त की गई एवं निर्देश दिया गया कि व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए अधिक से अधिक किसानों का निबंधन कराना सुनिश्चित करेंगे। ज़िले में धान अधिप्राप्ति के लिए 297 समितियां को क्रियाशील बनाया गया है। 18 मिल को चयन किया गया है। आज की बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा     बताया गया कि चयनित सभी समितियों को कैश क्रेडिट उपलब्ध कराया गया है जिससे धान अधिप्राप्ति का कार्य उन समितियों द्वारा किया जा रहा है। संबंधित समितियों द्वारा धान अधिप्राप्ति के निर्धारित लक्ष्य की समीक्षा जिला पदाधिकारी के द्वारा की गई। जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम, गया द्वारा राईस मिल सत्यापन की जानकारी देते हुए बताया गया की 30 मिलों का सत्यापन किया जा चुका है। जिला पदाधिकारी द्वारा राईस मिल एवं पैक्स की संबंद्धता के लिए निर्देश दिया गया। ज़िले में 226 राइस मिलों के माध्यम से पैक्स को संबद्ध किया जा चुका है, शेष राइस मिलों से अगले 2 दिनों में 100% टैगिंग का कार्य पूर्ण कर ली जाएगी।

डीएम ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया कि हर हाल में छोटे किसानों को प्राथमिकता पर धान क्रय किया जाए। डीएम ने कहा कि राज्य सरकार काफी गंभीर है, धान अधिप्राप्ति को लेकर। हर सप्ताह प्रगति संबंधित उच्च स्तरीय बैठक भी हो रही है। अधिप्राप्ति में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नही की जाएगी। अभी इनिशियल पीरियड है किसानों से धान खरीद का, उसे अच्छा से करवाये। उन्होंने कहा कि पैक्स गोदाम और सीएमआर गोदाम की अनुमंडल पदाधिकारी स्तर से नियमित जांच करवाया जाए। किसान जितना मात्रा में धान दे रहे हैं, उसी वजन के अनुरूप किसानों को भुगतान करें, उस से कम भुगतान नही करे। उन्होंने सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि लगातार भ्रमणशील रहे जितने भी छोटे किसान हैं उनसे बातचीत करें एवं धान बेचने हेतु प्रेरित करें। किसानों को पूरी मदद नहीं करने के कारण मजबूरन वह मार्केट में अपने धन को बेचते हैं। अगर सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी रुचि लेकर किसानों को मदद करेंगे तो हर हाल में विभाग द्वारा दिए गए टारगेट का अचीवमेंट पूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि धान की वास्तविक खरीदारी का यही वर्तमान समय है, इसमें हर हाल में तेजी लाएं।