वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के आंकड़ों को भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने शनिवार को काफी शानदार बताया। उन्होंने कहा कि अप्रैल-जून अवधि के दौरान अर्थव्यवस्था में सभी महत्वपूर्ण सूचकांकों में वृद्धि देखने को मिली है।
आईएएनएस से बातचीत करते हुए वल्लभ ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही। हमें यह ध्यान रखना होगा कि यह चुनाव का समय था, जिसके कारण सरकारी खर्च कम रहा। अगर यह चुनावी वर्ष नहीं होता तो यह आंकड़ा 7.25 प्रतिशत के आसपास होता।
उन्होंने आंकड़ों को शानदार बताते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल से जून की अवधि में अधिक श्रम खपत वाले सेक्टर जैसे कंस्ट्रक्शन में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बिजली, गैस और पानी आपूर्ति में 10.4 प्रतिशत और निवेश में 7.47 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही निजी खर्च भी बढ़ा है। यह अर्थव्यवस्था की दृष्टि से सुखद आंकड़े हैं।
वल्लभ ने आगे कहा कि पिछले कुछ समय से निजी खर्च में बढ़ोतरी नहीं हो रही थी, लेकिन वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में निजी खर्च 7.45 प्रतिशत बढ़ा है। मुझे पूरा विश्वास है जुलाई से सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.25 प्रतिशत के आसपास रहेगी।
सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के आंकड़े जारी किए गए। 2024-25 के अप्रैल-जून की अवधि के बीच जीडीपी वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत दर्ज की गई, जो कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 8.2 प्रतिशत थी।
मंत्रालय ने बताया, “वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में समग्र वृद्धि द्वितीयक क्षेत्र (8.4 प्रतिशत) में महत्वपूर्ण वृद्धि से प्रेरित हुई है। इसमें निर्माण (10.5 प्रतिशत), बिजली, गैस, जल आपूर्ति और अन्य उपयोगिता सेवाएं (10.4 प्रतिशत) शामिल हैं।”