सरकारी ई-मार्केटप्लेस जेम के ई-लर्निंग प्रशिक्षण पाठ्यक्रम अब 12 आधिकारिक भाषाओं में उपलब्ध हैं। ई-मार्केटप्लेस जेम का उद्देश्य हितधारकों के बीच सार्वजनिक खरीद प्रक्रियाओं की समझ को सुविधाजनक बनाना है।
लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम अब 12 भाषाओं में उपलब्ध
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया कि सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जेम) ने 6 अतिरिक्त आधिकारिक भाषाओं में अपना लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एलएमएस) लॉन्च किया है, जो अब 12 भाषाओं में उपलब्ध है। मंत्रालय के मुताबिक यह विस्तार इंटरैक्टिव पाठ्यक्रमों और प्रगति-ट्रैकिंग डैशबोर्ड के साथ विविध उपयोगकर्ताओं के लिए पहुंच और उपयोगिता को बढ़ाता है। अब बारह आधिकारिक भाषाओं-असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल और तेलुगु में उपलब्ध हैं, जो विविध उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को पूरा करता है। उपयोगकर्ता के अनुकूल यह इंटरफेस समर्पित पुस्तकालयों और प्रगति ट्रैकिंग डैशबोर्ड के साथ उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान करता है।
प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए प्लेटफॉर्म
मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष की शुरुआत में लॉन्च नया गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जेम) लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम एक अग्रणी सरकारी-संचालित समाधान है। जीईएम उपयोगकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के महत्व को समझते हुए इस प्लेटफॉर्म को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षण और विकास मानकों के अनुरूप बनाया गया है। साथ ही, यह सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विविध भाषा के जानने वालों की जरूरतों को प्रभावी ढंग से पूरा करता है।
जेम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि राज्य/स्थानीय सरकारी खरीदारों के साथ-साथ पूरे भारत में अंतिम-मील विक्रेताओं के बीच जेम पोर्टल को अपनाने में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि चार महीने पहले लॉन्च होने के बाद से जेम एलएमएस ने विभिन्न पाठ्यक्रमों में 4 हजार से अधिक उपयोगकर्ताओं के नामांकन के साथ उपयोगकर्ता पंजीकरण में 32 गुना वृद्धि देखी है। इस अवधि में 600 से ज्यादा क्रेता प्रमाणपत्र भी जारी किए गए हैं।