Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश से की ऐसी मांग की भड़क गई JDU

ByLuv Kush

सितम्बर 28, 2024
MinofTextilesGirirajSingh jpegPatna: Union Minister Giriraj Singh with Bihar Deputy Chief Minister Vijay Kumar Sinha lights a lamp at the Textiles investors meet

बेगूसराय से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। धर्म को लेकर उनके बयान कभी कभी गठबंधन के सहयोगी दलों पर भी भारी पड़ जाते हैं। गिरिराज सिंह के बयानों के कारण सेक्यूलर पार्टी की छवि रखने वाली नीतीश कुमार की जेडीयू भी कुछ खुलकर नहीं बोल पाती है हालांकि इस बार जेडीयू ने गिरिराज सिंह को ऐसा जवाब दिया है कि किसी ने सोचा भी नहीं होगा।

दरअसल, बीजेपी के साथ गठबंधन में रहने के बावजूद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू धर्म को लेकर बयानबाजी करने से बचती रही है। न तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ना ही उनकी पार्टी के नेता कभी किसी धर्म के बारे में खुलकर बयान देते हैं लेकिन सहयोगी दल बीजेपी के नेताओं के बयान को लेकर जेडीयू को भी फजीहत झेलनी पड़ती है।

जेडीयू लगातार इस बात को कहती रही है कि वह सभी धर्म और जाति का सम्मान करती है हालांकि बीजेपी के नेता अक्सर धर्म और हिंदू-मुस्लिम को लेकर बयानबाजी करते रहते हैं। खासकर गिरिराज सिंह ऐसे बयान को लेकर चर्चा में रहते हैं। गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दशहरा में शिक्षकों की छुट्टी बढ़ाने की मांग की थी, जिसपर जेडीयू ने तीखा तंज किया है।

गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दशहरा में शिक्षकों की छुट्टी बढ़ाने की मांग की थी। गिरिराज ने लिखा, “मैं माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से अनुरोध करता हूँ कि दुर्गा पूजा को देखते हुए शिक्षकों को 2 से 12 तक की छुट्टी दी जाए”।

गिरिराज सिंह की इस मांग पर जेडीयू का जवाब आया है। जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने एक्स पर लिखा, “मैं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह जी से पावन पर्व नवरात्र के अवसर पर उनसे अपनी निजी कोष से पटना सहित पूरे राज्य में फलाहार व्यवस्था करने की मांग करता हूं”।


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading