पटना: 2 अक्टूबर को बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के साथ ही इसपर बयानबाजी जारी है. बीजेपी का आरोप है कि जानबूझकर आंकड़ों में चुनाव के मद्देनजर हेरफेर की गई है. वैश्य समाज की संख्या को काफी कम दिखाया गया है. वहीं कई जातियों की संख्या कम होने के बावजूद उनको आंकड़ों में ज्यादा दर्शाया गया है. इस पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बयान देते हुए गड़बड़ी के आरोपों को सिरे से नकार दिया था और सर्वे रिपोर्ट को साइंटिफिक करार दिया था।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसको लेकर तेजस्वी यादव पर हमला किया है. दरअसल तेजस्वी यादव ने कहा था कि जिसको जातीय गणना की रिपोर्ट पर शक है वो मोदी जी से कहकर इसे दोबारा से करवा सकता है. साथ ही तेजस्वी ने यह भी कहा था कि अगर आंकड़े बढ़ाना ही होता तो फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी जाति के लोगों की संख्या बढ़ाकर पेश कर सकते थे लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है. गिरिराज सिंह ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज कल गणित के गणितज्ञ वही लोग हैं. गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के असली शिष्य वही लोग हैं।
गिरीराज सिंह ने कहा कि इस पर हमें क्या बोलना है? समाज बोल रहा है. एक तरफ गोपनीयता बरतने की बातें होती हैं लेकिन दूसरी तरफ उसको ताक पर रख दिया जाता है।