जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर हैं. मामला चाहे कोई भी हो मुख्यमंत्री को आड़े हाथों जरूर लेते हैं. ऐसे में चुनावी रणनीतिकार ने बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बावजूद प्रदेश में शराब का अवैध कारोबार जारी है।
प्रशांत किशोर ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि अवैध शराब के कारोबार में युवा लड़कों के साथ ही लड़कियां भी लगी हुई हैं. शराबबंदी से सूबे को हर साल करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. प्रशांत किशोर ने इस दौरान कहा कि प्रदेश में शराब माफिया और बालू माफिया इन दो उद्योगों की बात आज हर कोई कर रहा है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जहां चले जाइये देखेंगे कि शराब के अवैध कारोबार करने वाले लोग हर गांव में इस सरकार ने पैदा कर दिया है. शराबबंदी के नाम पर शराब की दुकान बंद हो गई, लेकिन घर-घर होम डिलीवरी चालू हो गया. शराब के इस कारोबार में नए लड़के लगे हुए हैं. लड़कियां भी अवैध शराब के कारोबार में लगी हुई हैं।
प्रशांत किशोर ने लड़कियों के अवैध शराब के कारोबार में लगे होने पर आगे कहा कि कई गांवों के लोग मुझसे कहते हैं कि लड़कियां भी इस अवैध कारोबार में लगी हुई हैं. हर साल बिहार सरकार और यहां के लोगों को शराबबंदी के कारण 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. पैसा पुलिस, प्रशासन और सरकार के हाथों में जा रहा है।