भागलपुर बिहार से मानव तस्करी का सिलसिला थम नहीं रहा। भागलपुर जिलों से राजस्थान और अन्य राज्यों में शादी के नाम पर बेटियों के सौदे का खुलासा हुआ है। भागलपुर नवगछिया के दियरा की बेटी का उसके बाप ने ही दो लाख में राजस्थान के एक व्यक्ति से सौदा कर दिया। सूचना मिलने एक्टिव हुई रंगरा पुलिस की सूझबूझ से नाबालिग राजस्थान के लड़के के हाथ जाने से बच गयी।
ओपी के तिनटगा दियारा ज्ञानीदास टोला के सिमरिया गांव में मंगलवार के देर रात एक नाबालिक लड़की की राजस्थान के लड़के के हाथ बिकने की सूचना पर रंगरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लड़की के बेचवाने वालेदलाल, खरीदने वाले राजस्थान के दूल्हा के साथ अन्य लोगों के साथ नाबालिग लड़की के पिता सहित अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है।
बताया जाता है कि रंगरा सहायक थाना क्षेत्र के ज्ञानीदास टोला निवासी कारेलाल मंडल दियरा में गरीब परिवार के लोगों को पैसे का लोभ देकर नाबालिग बेटियों को दूसरे राज्यों के लोगों के हाथों बिकवाने का प्रमुख दलाल माना जा रहा है। इसने सिमरिया बिंद टोली के एक पिता की नाबालिग बेटी की शादी कराने को लेकर दलाल ने दो लाख में सौदा किया था। मंगलवार की रात राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के बनेर थाना क्षेत्र के सरदार नगर गांव निवासी राजू तेली व अपने भाई सुरेश तेली के साथ शादी करके लड़की को साथ ले जाने लिए लिए दियरा पहुंचा था।
पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई कि कई नाबालिग बेटियों की शादी कराने के लिए पैसे लेकर कारेलाल मंडल शादी करा रहा है। रंगरा पुलिस ने मामला दर्ज कर दलाल कारेलाल मंडल, नाबालिग लड़की के पिता, राजू तेली व दूल्हा सुरेश तेली को हिरासत में लेकर मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी। रंगरा थानाध्यक्ष बीट्टू कमल ने बताया कि इस मामले में अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम 1956 के तहत सभी को अभियुक्त बनाया गया है।
दियरा इलाके में गरीब लड़की के पिता को बहला फुसलाकर बेटी को दूसरे राज्यों के लड़कों के हाथ शादी के नाम पर बेचने का गलत काम धड़ल्ले से चल रहा है। अचानक पुलिस की इस कार्रवाई से पूरे दियारा में हड़कंप मचा है। मामले को लेकर थानाध्यक्ष बिट्टू कुमार कमल ने बताया कि जांच की जा रही है और दलालों की पहचान होगी और पूरे मामले का खुलासा भी होगा।