बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा गुरुवार (1 फरवरी) से शुरू हो गई है. परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से पहले ही तैयारी कर ली गई थी. डीएम शशांक शुभंकर ने पहले ही निर्देश दिए थे कि समय से सेंटर पहुंचें नहीं तो एंट्री नहीं होगी. गुरुवार को कुछ छात्राएं परीक्षा केंद्र पर लेट से पहुंचीं तो वे दीवार फांदकर परीक्षा हॉल गईं. बिहारशरीफ के एसएस बालिका हाई स्कूल स्कूल से तस्वीरें सामने आईं हैं. जान जोखिम में डालकर छात्राएं जाती दिखीं.
बताया गया कि समय से सेंटर का गेट बंद कर दिया गया था लेकिन कई छात्राएं पांच से दस मिनट लेट से पहुंची थीं. सबसे बड़ी बात यह है कि जिस तरीके से छात्राएं दीवार फांदकर गई उसमें लोहे का ग्रिल था, थोड़ी सी चूक होने पर दुर्घटना हो सकती थी. परीक्षा केंद्र के बाहर खड़े परिजन और पुलिसकर्मी यह सब देखते रहे लेकिन किसी रोका नहीं.
परीक्षार्थियों ने पहले गेट बंद करने का आरोप लगाया
सूचना मिलने के बाद अन्य पुलिसकर्मी और बिहारशरीफ प्रखंड के बीडीओ अंजन दत्ता सेंटर पहुंचे. परीक्षा केंद्र के बाहर खड़े परिजन और परीक्षार्थियों को वहां से हटा दिया. हालांकि परीक्षार्थियों का कहना था कि 9:30 तक एंट्री की उन्हें जानकारी थी. वो नौ बजकर दस मिनट पर सेंटर पहुंचे लेकिन इससे पहले ही गेट को बंद कर दिया गया था.
बीडीओ अंजन दत्ता ने बताया कि लेट पहुंचने के बाद कुछ परीक्षार्थी हंगामा कर रहे थे जिसकी सूचना मिली थी. फिलहाल केंद्र के बाहर से परिजन और परीक्षार्थियों को हटा दिया गया है. बीडीओ ने बताया कि परीक्षार्थी जान बूझकर लेट से सेंटर पहुंचते हैं. बीडीओ ने साफ इनकार कर दिया कि दीवार फांदकर कोई परीक्षार्थी घुसा है. उधर सोहसराय थाना क्षेत्र में दीवार फांदकर परीक्षा भवन के अंदर कुछ परीक्षार्थियों ने प्रवेश किया. इस दौरान सेंटर के बाहर खड़े लोगों पर पुलिस ने लाठी चटकाई.