भगवान राम को नया घर मिलने को लेकर मिथिला के लोगों में अपार खुशी देखी जा रही है. खासकर भगवान राम के ससुराल और माता सीता की जनस्थली सीतामढ़ी इस खुशी से बेहाल दिखाई दे रहा है. सभी के अंदर अब इस बात की खुशी है की उनके बेटी यानी माता सीता को नया घर मिल रहा है।
11 हजार दउरा सोना चांदी कपड़े भेजे जा रहे हैं अयोध्या
माता सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम में जहां हर्षोल्लास देखा जा रहा है. वहीं इसको लेकर सीतामढ़ी के प्रसिद्ध पुनौराधाम से माता सीता के नए घर के लिए सनेश भेजने की तैयारी चल रही है. 11 हजार दउरा सोना चांदी कपड़े वस्त्र और जरूरत की सामग्री पुनौराधाम से भेजने की पूरी तैयारी कर ली गई है. सात ट्रक में भरकर सौ गाड़ियों का काफिला पुनौराधाम से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगा।
पुनौरा धाम में माता सीता निकली थी धरती के गर्भ से
पुराणों में बताया गया है कि जब राजा जनक के राज्य जनकपुर में अकाल पड़ा था अकाल पड़ा था. तब राजा जनक ने हलेश्वर स्थान से हलेश्वरी यज्ञ करने के बाद हल चलाया था हाल चलते-चलते जब राजा जनक पुनौरा धाम पहुंचे तो हल धरती के गर्भ में एक घड़े से जा टकराया और वही धरती के गर्भ से माता सीता की उत्पत्ति हुई थी इसीलिए पुनौरा धाम को शक्तिपीठ भी कहा जाता है और अयोध्या से पुनौरा धाम का गहरा रिश्ता माना जाता है।
सभी लोग खुश हैं. देवता और मनुष्य सभी खुश हैं. राम जी जो हमारे आराध्य आ गए हैं. अब वे विराजमान हो जाएंगे और अब देश में खुशहाली आ जाएगी. अब जानकी जन्मस्थली में भी मंदिर बन जाएंगे. संदेश इसलिए भेजा जा रहा है क्योंकि जब बेटी ससुराल जाती है तो विदाई में खाने पीने की चीजें दी जाती है.”-कौशल किशोर दास , महंत पुनौराधाम