भागलपुर:पहले स्थायी बाइपास की लंबाई 16 किलोमीटर हुआ करती थी।सड़क नयी-नयी बनी थी और लोगों को सहूलियत भी हो रहा था, तो विभाग द्वारा वसूला जानेवाला टोल टैक्स लोग दे भी रहे थे।लेकिन लंबाई के नाम पर बाइपास अब सिर्फ पांच किलोमीटर रह गयी है, बावजूद इसके टोल टैक्स की वसूली बदस्तूर जारी है। न तो टोल टैक्स वसूली पर स्थानीय प्रशासन ने रोक संबंधी कोई पहल की है और न ही विभाग ने इस दिशा में कदम उठाया है।
भागलपुर बाइपास पर जगह-जगह हुए गड्डों को भरने और टूटी सड़क की मरम्मत कराने के लिए उच्च पथ प्रमंडल ने टेंडर जारी किया है। एनएच विभाग लंबे समय से इसके मेंटेनेंस के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव और पत्राचार कर रहा था। अब मोर्थ ने इसकी अनुमति दे दी है। एनएच विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मेंटेनेंस पर 49 लाख 19 हजार 420 रुपये खर्चकरने पड़ेंगे। टेंडर भरने की अंतिम तिथि 26 दिसंबर है। 27 दिसंबर को टेंडर खोला जायेगा। एजेंसी के चयन के बाद मरम्मत का काम शुरू होगा।
भागलपुर बायपास के जर्जर हिस्से की पॉट पैच रिपेयरिंग कराई जाएगी। इसको लेकर मॉर्थ ने 49.19 लाख का री-टेंडर निकाला है।
इससे पहले भी टेंडर निकाला गया था। लेकिन किसी एजेंसी ने टेंडर ही नहीं गिराया। जिसके चलते टेंडर रद्द करते हुए दोबारा निविदा निकाली गई। एनएच के कार्यपालक अभियंता ब्रजनंदन कुमार ने बताया कि मॉर्थ के री-टेंडर में पॉट पैच रिपेयरिंग का काम बायपास की डिजाइनिंग चैनेज किमी 124.175 से किमी 126.100 एवं किमी 135.300 से किमी 138.200 में होगा।