रिटायर्ड अग्निवीरों के पहले बैच से 2026-27 में रिटायर होने वाले जवानों में से 42% को सरकारी नौकरियों में समायोजित करने की तैयारी चल रही है। यह कदम उन अग्निवीरों के लिए महत्वपूर्ण है, जो सेना में समायोजित नहीं हो पाएंगे।
अग्निवीरों की स्थिति
अग्निवीरों के पहले बैच में लगभग 1 लाख जवान शामिल हैं, जिनमें से 25,000 को सेना में नियमित किया जाएगा। इसका मतलब है कि 75% अग्निवीर, यानी लगभग 75,000 जवान, अन्य सरकारी मंत्रालयों या विभागों में समायोजित किए जाएंगे। इनमें अर्धसैनिक बलों और विभिन्न सरकारी सेवाओं में कार्यरत होने की संभावना है।
42% अग्निवीरों सरकारी विभाग में नौकरी
इस समायोजन में 42% अग्निवीरों, यानी लगभग 31,500 जवानों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दी जाएगी। यह उनके लिए एक सुनहरा अवसर होगा, क्योंकि इससे उन्हें सेवा के बाद भी एक सुरक्षित करियर मिल सकेगा।
Air Force में भी शामिल किया जाएगा
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने भी एक दिन पहले यह इच्छा व्यक्त की थी कि 25% से ज्यादा अग्निवीरों को वायु सेना में शामिल किया जाए। इससे यह स्पष्ट होता है कि अग्निवीरों के लिए विभिन्न सुरक्षा बलों में समायोजन के अवसर बढ़ रहे हैं।
इस योजना के तहत, रिटायर होने वाले अग्निवीरों को सरकार द्वारा नौकरी के अवसर उपलब्ध कराने का यह निर्णय उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। इससे न केवल उनकी कौशल का उपयोग होगा, बल्कि यह देश की सुरक्षा और सेवा में भी योगदान देगा।