बिहार के लोगों के लिए खुशखबरी है. बहुत जल्द गर्मी और लू के थपेड़े से राहत मिलने वाली है. मौसम विभाग ने मानसून को लेकर पूर्वानुमान जारी कर दिया है. यानि अब बिहार के लोग झमाझम बारिश का आनंद ले सकेंगे. बता दें कि पिछले एक सप्ताह से राज्य में कहीं बारिश तो कहीं गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं।
सबसे पहले केरल में आएगा मानसूनः मौसम विभाग IMD की रिपोर्ट के अनुसार इसबार सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है. पिछले दो दशकों का रिकॉर्ड टूट सकता है. IMD के अनुसार 31 मई को सबसे पहले केरल में मानसून दस्तक देगा हालांकि केरल में मानसून आने की तारीख एक जून बताया गया है. इसमें तीन से 4 दिन आगे पीछे होने की संभावना बनी रहती है।
सामान्य से अधिक वर्षाः 19 मई को बंगाल की खाड़ी में अंडमान सागर और द्वीप समूह पर मानसून पहुंचने की संभावना है. इस जगह पर 21 मई को मानसून दस्तक देगा. IMD के अनुसार इस बीच 3 से 5 सप्ताह के बीच ला-नीना की स्थिति पैदा हो सकती है. इसी को देखते हुए सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है।
पूर्णिया के रास्ते मानसून आएगाः पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार केरल में समय से पूर्व अगर मानसून आता है तो बिहार में समय से पहले ही मानसून आने की संभावना बन रही है. बीते साल 13 जून को पूर्णिया के रास्ते मानसून बिहार में प्रवेश किया था. इस बार भी संभावना जतायी जा रही है कि 18 से 19 जून के बीच बिहार में मानसून आएगा।
992.2 MM बारिश की संभावनाः IMD के अनुसार इसबार मानसून की बारिश दो दशकों का रिकॉर्ड तोड़ेगा. बिहार में जून से सितंबर तक सामान्य से अधिक यानि 109 प्रतिशत बारिश की संभावना है. मानसून के दौरान सामान्य बारिश 87 सेंटीमीटर है लेकिन इसबार 92 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है. बिहार में 992.2 MM बारिश हो सकती है।
दो दशकों में बारिशः 2004 से लेकर 2010 तक सामान्य बारिश 1024.3mm थी लेकिन बारिश का रिकॉर्ड अलग रहा. 2004 में 934, 2005 में 853, 2006 में 913, 2007 में 1343, 2008 में 1043, 2009 में 752 और 2010 में 796 mm बारिश हुई. 2011 से 2018 तक सामान्य बारिश 1027.6 रहा लेकिन वर्षा का अनुपात अलग रहा।
2011 में भी ज्यादा बारिशः 2011 में 1059, 2012 में 813, 2013 में 722, 2014 में 849, 2015 में 745, 2016 में 975, 2017 में 937 और 2018 में 771mm बारिश हुई. 2019 से 2021 तक सामान्य बारिश 1017.2 mm रहा लेकिन बारिश का अनुपात अलग रहा. 2019 में 1050, 2020 में 1272 और 2021 में 1044 mm बारिश हुई. 2022 से 2023 तक सामान्य बारिश 992.2 रहा लेकिन 2022 में 689 और 2023 में 760mm बारिश हुई।