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‘दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा ऑफलाइन मोड में कराए सरकार’, शिक्षक संघ की मांग

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बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ ने सरकार से जल्द दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित कराने की डिमांड की है. रविवार को संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की हुई ऑनलाइन बैठक के बाद संघ के प्रदेश महामंत्री राहुल देव सिंह ने कहा कि जल्द से जल्द दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा का आयोजन होना चाहिए. सक्षमता परीक्षा इस बार ऑफलाइन मोड में लिया जाना चाहिए।

ऑफलाइन मोड में हो सक्षमता परीक्षा: राहुल देव सिंह ने कहा कि 3.5 लाख नियोजित शिक्षकों में सवा दो लाख नियोजित शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा दिया है. उम्मीद है कि 90% से अधिक शिक्षक परीक्षा पास भी कर जाएंगे. वहीं बहुत से शिक्षकों को ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा लिए जाने के कारण परीक्षा देने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा और वह सही से परीक्षा नहीं दे पाए. जबकि सवा लाख के करीब शिक्षकों ने तो परीक्षा का फॉर्म ही नहीं भरा।

“पहली बार की सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन मोड में आयोजित होने की वजह से सवा लाख से अधिक शिक्षकों ने साक्षमता परीक्षा का फॉर्म नहीं भरा था. जिन्होंने परीक्षा दी उन्हें भी परीक्षा देने के दौरान ऑनलाइन माध्यम में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. इसलिए संघ यह मांग करता है कि दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा ऑफलाइन हो और उसका आयोजन जल्द से जल्द किया जाए.”-राहुल देव सिंह, प्रदेश महामंत्री, संघ

दिए गए जेलों में हो पदस्थापना: संघ की बैठक में सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों के द्वारा प्रथम विकल्प में दिए गए जिले में ही पदस्थापन करने की मांग को उठाया गया. बैठक में शामिल सभी जिलाध्यक्षों और प्रदेश कमेटी के सदस्यों ने सरकार से यह मांग की है कि जो भी शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास करके राज्यकर्मी शिक्षक बनते हैं, उन्हें उनके द्वारा प्रथम विकल्प के तौर पर दिए गए जिले में ही पदस्थापित किया जाए. अन्य जिलों में पदस्थापित किए जाने पर नियोजित शिक्षक राज्य कर्मी शिक्षक का पद अस्वीकार कर देंगे।

शिक्षकों मिली राहत: बता दें कि राज्य सरकार ने सक्षमता परीक्षा पर दायर याचिका के प्रति सपथ पत्र में स्पष्ट कहा है कि सक्षमता परीक्षा फेल होने वाले नियोजित शिक्षकों की सेवा बर्खास्तगी नहीं होगी. वह अपने मूल कैडर में बने रहेंगे और जो सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण होंगे वह राज्य कर्मी होने के साथ-साथ बीपीएससी शिक्षक की सभी सुविधाएं और वेतनमान प्राप्त करेंगे. ऐसे में अब नियोजित शिक्षक ऑफलाइन मोड में सक्षमता परीक्षा देने के लिए अपनी इच्छा व्यक्त कर रहे हैं. गौरतलब हो कि सक्षमता परीक्षा के दौरान ऑनलाइन मोड में परीक्षा देते हुए कई शिक्षकों को माउस का इस्तेमाल करने में काफी कठिनाई हुई थी।