मुंबई। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्य सरकारों के साथ मजबूत साझेदारी के माध्यम से आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता जताई।
पुनर्गठित व्यापार बोर्ड की तीसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार की पहल भारत को अधिक पारदर्शी, कुशल और टिकाऊ व्यापार वातावरण की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इससे देश की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
उन्होंने वाणिज्य विभाग का जनसुनवाई पोर्टल भी लॉन्च किया। यह हितधारकों और अधिकारियों के बीच संचार को सुव्यवस्थित करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह व्यापार और उद्योग से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए एक सीधा और पारदर्शी चैनल प्रदान करता है।
पोर्टल नियमित, निर्धारित बातचीत के लिए निश्चित वीडियो कॉन्फ्रेंस लिंक के अलावा, ऑन-डिमांड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेवाएं प्रदान करता है।
मंत्रालय के अनुसार, पोर्टल की पहुंच वाणिज्य विभाग के अंतर्गत विभिन्न कार्यालयों और स्वायत्त निकायों जैसे डीजीएफटी, कॉफी बोर्ड, चाय बोर्ड, मसाला बोर्ड, रबर बोर्ड, एपीडा, एमपीईडीए, आईटीपीओ और ईआईसी तक फैली हुई है।
मंत्री ने राज्यों में रोजगार को बढ़ावा देने और राज्य स्तरीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में वाणिज्य विभाग की भूमिका बढ़ाने के उद्देश्य से उठाए गए कदमों पर चर्चा की।
सत्र में उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना और मध्य प्रदेश की राज्य सरकारों की प्रस्तुतियां भी शामिल थी। इसमें निर्यात प्रोत्साहन और व्यापार करने में आसानी, हस्तक्षेप और राज्य-स्तरीय योजनाओं और उनकी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया गया था।
इस सत्र में 10 राज्य सरकारों के मंत्रियों ने हिस्सा लिया।
मंत्री गोयल ने एक संशोधित इन-हाउस स्माइल-ईआरपी सिस्टम प्रणाली के साथ-साथ ईसीजीसी के नए ऑनलाइन सेवा पोर्टल का भी उद्घाटन किया।
मंत्रालय ने कहा कि ये नवाचार कागज रहित प्रसंस्करण और फेसलेस सेवा वितरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग है। इससे निर्यातकों और बैंक दोनों को लाभ होगा।
मंत्रालय ने कहा, “ईसीजीसी द्वारा डिजिटल समाधानों को अपनाना नवाचार, परिचालन उत्कृष्टता और ग्राहक संतुष्टि के प्रति इसकी अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह भारतीय निर्यातकों के लिए विश्व स्तरीय सेवाएं सुनिश्चित करता है।”