कैमूर: मुहर्रम जुलूस के दौरान दो पक्षों में हुए टकराव के बाद बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा कैमूर पहुंचे. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. सरकार के इशारे पर शासन प्रशासन को यहां पर काम करने नहीं दिया गया. बाद में सरकार के दबाव में काम भी किया, तो एक पक्ष के लोगों के ऊपर ही प्रशासन ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया. पूरे मामले की जांच सीबीआई या सीटिंग जज करें, तभी मामला होगा स्पष्ट. विजय सिन्हा भभुआ शहर में जिस वार्ड में दो पक्षों में टकराव हुआ था, उस वार्ड के पीड़ित पक्षों से मिलकर हाल जाना. जिसके बाद उन्होंने सरकार को घेरने का प्रयास किया।
विजय सिन्हा ने बताया कि मैं पीड़ित परिवार से मिला, काफी अन्याय हुआ है. हर वर्ष जुलूस का रूट तय होता है, तो फिर कहां से लोग रूट से हटकर एक दूसरे पक्ष से टकरा जाते हैं. दो पक्षों के टकराव के बाद पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई कर सनातनियों को सरकार के इशारे पर डराने का काम कर रही है. यहां के प्रशासन को सरकार के दबाव में लाकर एक्शन से रोक कर उपद्रवियों को बचाने के लिए हिंदू के निर्दोष लड़कों को जेल भेज रहे हैं, यह बंद करिए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती है कि उसके विरुद्ध कोई मुंह खोले. उस दिन जिसने दुकान लूटा, मंदिरों पर हमला किया, उसकी गिरफ्तारी आखिर क्यों नहीं. महागठबंधन की सरकार जब से बनी है, तब से इतना उग्र स्वभाव तुष्टिकरण की राजनीति के कारण बनी है. सीबीआई या हाई कोर्ट की सेटिंग जज से इसकी जांच होनी चाहिए कि इस तरह का मनोबल क्यों बढ़ रहा है।
इसी तरह सासाराम में भी महागठबंधन ने दंगा करवाया और हमारे निर्दोष विधायक को जेल में डाल कर सनातनियों को डराने का काम कर रहे हैं. पूरे बिहार में आपकी वजह से ही इस तरह की स्थिति बन गई है. सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने के नाम पर एक खास वर्ग के लोगों को भयभीत करने की कोशिश कर रहे हैं. महागठबंधन के नीतीश कुमार को कहना चाहते हैं कि आपके तुष्टीकरण की राजनीति से जंगल राज को आप जनता राज कह रहे हैं. गुंडाराज माफिया राज में तब्दील करने का अवसर दे रहे हैं।