आखिरी सेल्फी होगी सोचा न था…जुड़वा में से एक बेटी और पत्नी को खोने वाले ने सुनाई बिहार ट्रेन हादसे की कहानी
सफर शुरू करने से पहले सेल्फी ली थी, लेकिन सोचा न था कि वह आखिरी बन गई। वह 2 टुकड़ों में बंट जाएगी। जिस बेटी को खाना खाने के लिए जगाया था, एक झटके में उसके चिथड़े मिले। पत्नी की भी लाश मिली। यह दर्द बयां किया बिहार ट्रेन हादसे का शिकार हुए उस शख्स ने, हादसे में जिसकी पत्नी और जुड़वां बेटियों में से एक की मौत हो गई। उसकी दूसरी बेटी बार-बार मां और बहन के बारे में पूछती है, लेकिन उसके पास कोई जवाब नहीं है।
बता दें कि बिहार के बक्सर में हुए ट्रेन हादसे में जिन 4 यात्रियों की मौत हुई है, उसमें दिल्ली के दीपक भंडारी की पत्नी ऊषा भंडारी और उनकी 8 साल की बेटी आकृति भंडारी शामिल है। दीपक और उनकी दूसरी बेटी अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
दिल्ली से असम जा रहा था परिवार
दीपक ने बताया कि उनके सफर की शुरुआत दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन से एक सेल्फी के साथ हुई थी। वे पत्नी और दोनों जुड़वा बेटियों, माता-पिता के साथ अपनी ससुराल असम के तिनसुकिया में जा रहे थे। वहां दोनों बेटियों की नानी का घर है। वे नानी के घर दुर्गा पूजा की छुट्टियां बिताने जा रही थीं। परिवार काफी खुश था।
दीपक ने बताया कि हम चारों ने आनंद विहार टर्मिनल पर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में सवार होने से पहले सेल्फी भी ली थी, लेकिन सफर और नानी घर जाने की खुशी मातम में बदल जाएगी सोचा न था। 4 लोगों का परिवार आधा रह जाएगा, सोचा न था। वह आखिरी तस्वीर जिंदगीभर का गम दे गई। जिंदगीभर के लिए यादगार बन गई। इस सफर पर जाने की तैयारी काफी टाइम से कर रहे थे, लेकिन हादसे ने परिवार को बिखेर दिया।
दिल्ली से असम जाने को निकली थी ट्रेन
बता दें कि बिहार के बक्सर में आनंद विहार टर्मिनल से असम के कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12506) के 21 डिब्बे बुधवार रात रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। हादसा रात 9 बजकर 53 मिनट पर हुआ। 23 डिब्बों वाली ट्रेन बुधवार सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से रवाना हुई थी, जिसे गुरुवार शाम 4.25 पर असम के कामाख्या पहुंचना था, लेकिन बिहार के बक्सर में वह हादसे का शिकार हो गई।
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