भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेली गई पांच मैचों की टी20 सीरीज के आखिरी मैच में मेजबान टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 8 विकेट से जीत दर्ज कर ली। इसी के साथ वेस्टइंडीज ने सीरीज पर भी 3-2 से कब्जा जमा लिया। अमेरिका के लॉडरहिल में खेला गया ये मैच सीरीज डिसाइडर था लेकिन इसमें भारतीय टीम शुरुआत से ही बैकफुट पर दिखी और अंत में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा।
मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम 20 ओवर के अंत तक 9 विकेट के नुकसान पर केवल 166 रन ही बना पाई। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन सूर्यकुमार यादव ने बनाए। जिन्होंने अपना सबसे धीमा अर्धशतक जड़ा। वहीं इसका पीछा वेस्टइंडीज ने आसानी से कर लिया। टीम ने सिर्फ 2 विकेट के नुकसान पर 18 ओवर में ही मैच खत्म कर दिया। भारत की हार के पीछे कई कारण रहे जिनका जिक्र हम करने जा रहे हैं।
बुरी तरह फ्लॉप हुई ओपनिंग जोड़ी
पिछले मैच में शतकीय साझेदारी से कई रिकॉर्ड बनाने वाले यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल इस मैच में बुरी तरफ से फ्लॉप रहे। दोनों ही कुछ खास नहीं कर पाए और केवल 3 ओवर के भीतर ही अपना विकेट गंवा बैठे। जायसवाल ने 5 रन बनाए और गिल 9 रन बनाकर पवेलियन की ओर लौट पड़े।
संजू सैमसन नहीं कर पाए कमाल
वेस्टइंडीज दौरे पर विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के पास खुद को साबित करने का मौका था लेकिन वे ऐसा करने में सफल नहीं हुए। मैच में मुश्किल घड़ी में उतरे राइट हैंड बल्लेबाज केवल 13 रन ही बना पाए और टीम की परेशानी को और बढ़ा दिया। सैमसन इस सीरीज में बुरी तरह फ्लॉप रहे।
हार्दिक बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी में भी फ्लॉप
टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या के लिए भी ये दौरा उतना खास नहीं रहा। निर्णायक मैच में जहां उनसे कप्तानी पारी की उम्मीद थी वे केवल 14 रन ही बना पाए। वहीं गेंदबाजी में भी उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा। कप्तान ने खुद पहला ओवर डालने का सोचा और उसमें वे 11 रन पिटा गए। उन्होंने 3 ओवर में ही 32 रन गंवा दिए।
चहल ने लुटाए रन
युजवेंद्र चहल इस पूरी श्रृंखला में टीम इंडिया की सबसे खराब कड़ी साबित हुए। वे ना तो विकेट ले पाए और ना ही रनों पर विराम लगा पाए। चहल ने आखिरी मैच में 4 ओवर में ही 51 रन दे दिए। वे एक भी विकेट नहीं चटका पाए।
मुकेश कुमार से करवाया गया केवल एक ओवर
इस पूरे दौरे पर स्टार गेंदबाज मुकेश कुमार ने सभी को इंप्रेस किया। उन्होंने निरंतर विकेट भी लिए और रनों पर भी रोक लगाई। लेकिन निर्णायक मैच में जहां कप्तान हार्दिक जो कि रेगुलर बॉलर नहीं हैं उन्होंने 3 ओवर डाले लेकिन स्टार गेंदबाज से केवल एक ही ओवर कराया गया। हालांकि पहले ओवर में मुकेश 10 रन खा गए थे लेकिन उन्हें एक और मौका नहीं दिया गया।