बिहार के 6 प्रमुख मंदिरों के लिए राज्य सरकार ने खजाना खोल दिया है. अपनी प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन मंदिरों के विकास का ऐलान किया था. आज बिहार कैबिनेट ने उस पर मुहर लगा दी. बिहार के 6 प्रमुख मंदिरों के विकास के लिए राज्य सरकार करीब 600 करोड़ रूपये खर्च करने जा रही है.
काशी जैसा हरिहरनाथ मंदिर
अगले कुछ सालों में लोग सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर को देखकर बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर की भव्यता को भूल जायेंगे. बिहार सरकार ने बाबा हरिहरनाथ मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर ही विकसित करने का फैसला लिया है. वहां काशी विश्नवाथ जैसा कॉरीडोर बनेगा, आस-पास का पूरा इलाका विकसित होगा और विश्वस्तरीय सुविधा होंगी. नीतीश कैबिनेट की बैठक में आज इस योजना को मंजूरी दे दी गयी.
राज्य सरकार ने बताया है कि सारण जिले के सोनपुर में स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर ऐतिहासिक धार्मिक पर्यटन स्थल है. हर साल इस मंदिर के पास सोनपुर मेले का आयोजन होता है, जिसमें लाखों की तादाद में पर्यटक आते हैं. सरकार ने कहा है कि अगर इस पूरे इलाके को विकसित कर दिया जाये तो यहां पूरे साल पर्यटकों का तांता लगा रहेगा.
काशी कॉरीडोर को बनाने वाले करेंगे काम
इसे ध्यान में रखकर ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान हरिहरनाथ मंदिर क्षेत्र को विकसित करने की घोषणा की थी. राज्य सरकार ने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को सारी सुविधा उपलब्ध कराने का फैसला लिया है. बाबा हरिहरनाथ मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर विकसित करने के लिए राज्य सरकार ने उसी कंपनी से संपर्क साधा है, जिसने बनारस में काम किया था. काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के मुख्य परामर्शी एच.सी.पी. डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट कंपनी को हरिहरनाथ क्षेत्र के विकास के लिए योजना बनाने का जिम्मा दिया गया है.
सिंहेश्वर स्थान की सूरत बदलेगी
प्रगति यात्रा के दौरान नीतीश कुमार ने मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर स्थान मंदिर को विकसित करने का ऐलान किया था. राज्य सरकार मंदिर परिसर में धर्मशाला, फूड कोर्ट, मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाने जा रही है. पूरे मंदिर का सौंदर्यीकरण होगा. मंदिर की चाहरदीवारी से लेकर शौचालय, पाथवे, पार्किंग, मंच, थिमेंटिक हेट और सोलर फोटो वोल्टिक पावर प्लांट का निर्माण होगा. इसके लिए सरकार 90,27,13,000/- (नब्बे करोड़ सताईस लाख तेरह हजार) रूपये खर्च करने जा रही है. जिसकी मंजूरी कैबिनेट ने दे दी.
सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर का कायाकल्प होगा
राज्य सरकार ने पूर्वी चंपारण के प्रसिद्ध सोमेश्वरनाथ मंदिर के विकास के लिए भी 106 करोड़ रूपये ज्यादा खर्च करने की मंजूरी दे दी है. मंदिर परिसर में चाहरदीवारी, प्रवेश द्वार, शौचालय ब्लॉक, पार्किंग, बैंक्वेट हॉल, चेंजिंग रूम, एमिनिजिट हॉल का निर्माण होगा. सोमेश्वरनाथ मंदिर में लाइट एंड साउंड शो भी शुरू किया जायेगा. सरकार ने अरेराज स्थित इस मंदिर को सही सड़क संपर्क के लिए मंदिर से फतुहा चौक तक 36 करोड़ की लागत से सड़क बनाने का भी फैसला लिया है.
पूर्णिया के पूरन देवी मंदिर का विकास
राज्य सरकार ने सीएम की प्रगति यात्रा में की गयी घोषणा के मुताबिक पूर्णिया जिलान्तर्गत पूरन देवी मंदिर को विकसित करने हेतु 34,08,10,000/- (चौतीस करोड़ आठ लाख दस हजार) रूपये खर्च करने की स्वीकृति दी है. इस पैसे से वहां चाहरदीवारी, फुटओवर ब्रिज, बहुमंजिला इमारत, गेस्ट हाउस, कैफेटेरिया, लोट्स पेटल सेप्ड गजीबो जैसे काम किये जायेंगे.
भगवान राम और सीता का मिलन स्थल
राज्य सरकार ने मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखंड में भगवान राम और माता सीता के प्रथम मिलन स्थल माने जाने वाले फुलहर स्थान को विकसित करने का फैसला लिया है. वहां आने वाले श्रद्धालुओं को सारी आधुनिक सुविधायें मिलेंगी. नीतीश कुमार ने इसकी घोषणा अपनी प्रगति यात्रा में की थी. आज राज्य कैबिनेट ने फुलहर स्थान के विकास के लिए 31 करोड़ 55 लाख रूपये खर्च करने की मंजूरी दे दी.
कुशेश्वरस्थान मंदिर में आधुनिक सुविधायें
अपनी प्रगति यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान मंदिर को विकसित करने का ऐलान किया था. राज्य सरकार ने कुशेश्वर स्थान मंदिर में नया भवन, पंडा निवास, दुकान, हाई मास्ट लाइट, सोलर पावर सिस्टम जैसे कई काम कराने का फैसला लिया है. कैबिनेट की बैठक में इसके लिए 44 करोड़ रूपये खर्च करने की मंजूरी दे दी गयी.
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