मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में बिहार की काफी चर्चा हो रही है। बिहार के विशेष राज्य की मांग को केंद्र सरकार पहले ही ठुकरा चुकी है। वहीं आज बजट में भी बिहार को कुछ खास सौगात नहीं मिली है। बेशक बजट में बिहार का जिक्र बार-बार आया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में विकास कार्य को भी बढ़ावा देने का ऐलान किया। मगर बिहार को कोई विशेष फंड नहीं दिया गया। इस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी है।
नीतीश ने उठाए सवाल
विपक्षी दलों का दावा था कि बजट के बाद बिहार सीएम नीतीश कुमार नाराज हो सकते हैं। हालांकि नीतीश के पलटवार ने सभी की बोलती बंद कर दी है। नीतीश कुमार ने मोदी सरकार के बजट की तारीफ करते हुए कहा कि आज जो लोग उंगली उठा रहे हैं जब उनकी सरकार केंद्र में थी तो बिहार में विकास क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कोई काम नहीं करवाया। 2014 के बाद बिहार में विकास होने लगा।
स्पेशल स्टेटस पर बोले नीतीश
विशेष राज्य के दर्जे की मांग का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हमने केंद्र सरकार के सामने दो प्रस्ताव रखे थे। पहला कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए और दूसरा अगर स्पेशल स्टेटस नहीं मिलता तो बिहार की विशेष मदद कीजिए क्योंकि बिहार को भी आगे बढ़ना है। मोदी सरकार ने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है।
बिहार में शुरू हुआ विकास
मोदी सरकार की तारीफ करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में कितनी सड़कें, स्कूल समेत नई-नई चीजों का निर्माण हुआ है। बिहार की राजधानी पटना में ही शाम के बाद कोई बाहर नहीं निकल पाता था। हमनें केंद्र सरकार से साफतौर पर कहा था कि बिहार की मदद कीजिए और देखिए बजट में कितनी सारी मदद की घोषणा कर दी गई है।